MalayalamEnglishKannadaTeluguTamilBanglaHindiMarathi
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • खेल
  • फोटो
  • गेम्स
  • वीडियो
  • वायरल
  • KEA २०२५
  • Home
  • Entertainment
  • Other Entertainment News
  • जब पाई-पाई को मोहताज हो गई थी ये कोरियोग्राफर, नहीं थे पिता के अंतिम संस्कार करने तक के पैसे

जब पाई-पाई को मोहताज हो गई थी ये कोरियोग्राफर, नहीं थे पिता के अंतिम संस्कार करने तक के पैसे

मुंबई. बॉलीवुड की डांस कोरियोग्राफर और डायरेक्टर फराह खान इंडस्ट्री में कदम जमाए हुए हैं। फिल्मों में ना जाने कितने एक्टर और एक्ट्रेस को उन्होनें डांस करना सिखाया। उनके द्वारा कोरियोग्राफ किए गाने अक्सर हिट हुआ करते थे। इसकी वजह से ही उन्हें इंडस्ट्री में कभी काम की कमी नहीं हुई। इसके अलावा फराह ने डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया और उन्होंने शाहरुख खान के साथ मिलकर 'मैं हूं ना', 'ओम शांति ओम' जैसी हिट फिल्में दी। 

Asianet News Hindi | Published : May 22 2020, 02:32 PM
2 Min read
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • Google NewsFollow Us
15
Asianet Image

फराह खान इंडस्ट्री के उस परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिनका बड़ा नाम हुआ करता है। डेजी इरानी और हनी इरानी फराह खान की मासी हैं, फरहान अख्तर और जोया अख्तर इनके कजिन और साजिद खान फराह के भाई हैं। 

25
Asianet Image

वहीं, फराह के पिता कामरान खान स्टंटमैन थे। उन्होनें आगे चलकर फिल्म मेकिंग में भी अपनी किस्मत आजमाई। 1971 में फराह खान के पिता ने एक फिल्म बनाई थी 'ऐसा भी होता है'। इस फिल्म से जुड़ी उनकी काफी उम्मीदें थीं कि ये बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस करेगी। लेकिन, फिल्म बुरी तरह से पिट गई। 
 

35
Asianet Image

इसी के साथ ही फराह खान के पिता की सारी जमा पूंजी इस मूवी के साथ ही डूब गई। धीरे-धीरे लेन देन में बचा हुआ पैसा भी खत्म होने लगा। अब फराह के परिवार की हालत काफी खराब हो गई थी। घर परिवार और करियर में दिक्कतों के चलते फराह के पिता ने शराब पीना शुरू कर दिया।

45
Asianet Image

घर पर अनबन होनी शुरू हो गई। ऐसे में फराह खान की मां उनके पिता को छोड़ कर चली गईं। हनी इरानी (मासी) ने परिवार को पैसे देने शुरू किए। एक इंटरव्यू में फराह खान ने खुद बताया था कि जब उनके पिता ने ज्यादा शराब पीनी शुरू कर दी थी तो उनकी सेहत पर भी असर पड़ने लगा था। जब वो बीमार हो गए तो उनके इलाज तक के लिए साजिद और फराह के पास पैसे नहीं थे। ऐसे में उनके पिता का निधन हो गया था।

55
Asianet Image

पिता के निधन के बाद जब उनके अंतिम संस्कार की बारी आई तो उनके पिता की जेब में सिर्फ 30 रुपए निकले। जैसे तैसे कर साजिद और फराह ने आस पड़ोस से पैसे मांग कर उनका अंतिम संस्कार किया गया। फराह ने बताया था कि वो दिन उनके लिए बेहद बुरा दिन था। जिसने उन्हें पैसे की कीमत समझाई और बताया कि मेहनत कर के उन्हें खूब पैसा कमाना है और उज्जवल भविष्य बनाना है।

Asianet News Hindi
About the Author
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है। Read More...
 
Recommended Stories
Top Stories