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एक गलत फैसले ने बर्बाद कर दिया अनुराधा पौडवाल का करियर, अचानक पति का साथ छूटने से टूट गई थी सिंगर
मुंबई. बॉलीवुड की प्लेबैक सिंगर अनुराधा पौडवाल मंगलवार को 68 साल की हो गई हैं। उनका जन्म 27 अक्टूबर, 1952 को कर्नाटक के कारवार में हुआ था। लाइमलाइट से दूर रहने वाली सिंगर अनुराधा 80 के दशक की एक बेहतरीन गायिका बनकर उभरी थीं। उस दौर में लता मंगेशकर, आशा भोसले और अल्का याग्निक जैसी गायिकाएं झंडे गाड़ रही थीं। लेकिन अनुराधा जब इंडस्ट्री में आईं तो उन्होंने सभी को कड़ी टक्कर दी और रातों रात स्टार सिंगर बन गई थीं। लेकिन, उनके एक फैसले ने उनका करियर बर्बाद कर दिया। आइए जानते हैं क्या था अनुराधा का फैसला...
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अनुराधा पौडवाल ने अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत 1973 में आई अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी स्टारर फिल्म 'अभिमान' से की थी। लेकिन, उन्हें पहला बड़ा ब्रेक 1976 में सुभाष घई ने अपनी फिल्म 'कालीचरन' में दिया था। इसके बाद अनुराधा सफलता की सीढ़ियों को चढ़ती चली गईं और कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। एक के बाद एक उन्होंने लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, कल्याणजी-आनंदजी और जयदेव जैसे संगीतकारों के साथ काम किया।
इस दौरान लता मंगेशकर और आशा भोसले के साथ उनके विवाद की भी खबरे आईं। इसकी वजह से वो खुद भी दूसरे संगीतकारों के रडार पर आ गईं। उस वक्त गुलशन कुमार की म्यूजिक कंपनी टी-सीरीज सबसे बड़ी कंपनी थी। हर कोई उनके साथ काम करना चाहता था। ऐसे में अनुराधा पौडवाल ने अपने करियर को ना आयाम देने के लिए गुलशन कुमार के साथ हाथ मिला लिया था और उनके लिए गाना गाने लगीं।
सफलता ने अनुराधा के ऐसे कदम चूमे कि 'आशिकी', 'दिल है कि मानता नहीं' और 'बेटा' जैसी फिल्मों के लिए उन्हें लगातार तीन फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले। इस दौरान अनुराधा गुलशन कुमार की भी पसंदीदा गायिका बन गईं। हर जगह और हर मामले में वो अनुराधा पौडवाल को सपोर्ट करने लगे। इससे इंडस्ट्री में ऐसी खबरों ने आग पकड़ी कि गुलशन कुमार और अनुराधा का अफेयर है। हालांकि, इस पर किसी ने भी खुलकर कुछ नहीं कहा।
अनुराधा उसी तरह गाने गाती रहीं और जिस रफ्तार से वो आगे बढ़ ररही थीं, उसी तरह आगे बढ़ती रहीं। इससे ये लगने लगा था कि लता मंगेशकर का दौर खत्म हो गया है। खुंद कंपोजर ओपी नायर ने भी कह दिया था कि लता का दौर अब खत्म हो चुका है। अनुराधा ने उन्हें रिप्लेस कर दिया है। लेकिन, इससे भी बड़ी बात गुलशन कुमार ने कही थी। गुलशन ने अनुराधा पौडवाला से कहा कि वो उन्हें दूसरी लता मंगेशकर बनाएंगे।
इसके बाद से अनुराधा ने उसी दिशा में काम करना शुरू कर दिया था। फिर अचानक एक दिन अनुराधा ने अपनी जिंदगी का एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने सभी को ये कहकर चौंका दिया कि अब वो सिर्फ टी-सीरीज के लिए ही गानें गाएंगी। सिंगर के इस फैसले से लोगों को लगने लगा कि गुलशन कुमार और अनुराधा के बीच अफेयर की झूठी खबरें नहीं हैं।
बेशक गुलशन कुमार की वजह से अनुराधा ने टी-सिरीज के लिए गाने का फैसला लिया हो लेकिन इससे उन्होंने अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मार ली थी। क्योंकि इसके बाद टी-सीरीज से बाहर के सभी गाने अल्का याग्निक और बाकी गायिकाओं को मिल गए जबकि अनुराधा ने भजन और आरती गानी शुरू कर दी। इस वजह से अनुराधा का करियर डूब गया और कई सालों तक उन्होंने किसी फिल्म या म्यूजिक कंपनी के लिए नहीं गाया। गुलशन कुमार की मौत के बाद तो उन्होंने फिल्मी गाने गाना छोड़ ही दिए।
बता दें, अनुराधा की शादी अरुण पौडवाल से हुई थी, जो एसडी बर्मन के असिस्टेंट और खुद भी एक म्यूजिक कंपोजर थे। दोनों के दो बच्चे हैं आदित्य और कविता पौडवाल है। कहा जाता है कि अरुण पौडवाल की असमय मौत हो जाने के बाद अनुराधा पूरी तरह से अकेली पड़ गई थीं। वो अकेले ही दोनों बच्चों की जिम्मेदारी उठाती थीं। इसके बाद ही उनकी मुलाकात गुलशन कुमार से हुई। अकेली अनुराधा को गुलशन का सहारा मिला और वो उनकी ओर झुकती चली गईं। अनुराधा ने करीब 10 साल से ज्यादा समय तक टी-सीरीज के लिए काम किया।