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शिंजो आबे ही नहीं जापान के इन प्रधानमंत्रियों की भी हो चुकी है हत्या, किसी को स्टेशन पर मारा,किसी का लाइव कत्ल

करियर डेस्क : जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिस वक्त उन पर फायरिंग की गई, वो नारा में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उनकी हत्या से पूरा जापान शोक में डूब गया है। सियासी गलियारा सन्न है। विश्व ने भी एक बेहतरीन राजनेता खो दिया है। जापान की राजनीति में किसी बड़े राजनेता की इस तरह हत्या की घटना कोई पहली बार नहीं है। इसका इतिहास काफी पुराना रहा है। कई ऐसे प्रधानमंत्री और राजनेता रहे हैं, जिनको सरेआम मौत के घाट उतार दिया गया है। पढ़िए जापान की सियासत का काला किस्सा...

Asianet News Hindi | Published : Jul 08 2022, 07:14 PM
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मेट्रो स्टेशन पर पीएम को चाकू मारा
4 नवंबर 1921 की बात है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री ताकेशी हारा पर टोक्यो के मेट्रो स्टेशन पर स्विचमैन कोनिशी नाकोएदा ने हमला बोल दिया। उन पर चाकू से कई बार वार किया गया। वो इसलिए नाराज था कि उसे लगता था कि पीएम एक साधारण परिवार से आए, इसलिए देश नहीं चला सकते। उसकी नाराजगी सरकार और सेना के बीच तनातनी से थी। इसे लगता था कि वह राष्ट्रवादी है और पीएम की हत्या का उसे कोई पछतावा नहीं था। 

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पीएम ओशाची हमागुची को गोली मारी
14 नवंबर 1930 के दिन लॉयन पीएम नाम से पहचाने जाने वाले ओशाची हमागुची को तोक्यो स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने के दौरान गोली मार दी गई। शूटर पैट्रियाटिक सोसायटी का मेंबर था। उसका नाम अकियोकुशा था। वह दक्षिणपंथी विचारों वाला था। वह प्रधानमंत्री ने निशस्त्रीकरण की संधि पर हस्ताक्षर से नाराज था। हमागुची जापान के सबसे ताकतवर प्रधानमंत्री माने जाते थे। वो निडर होकर फैसले करते, इसलिए उन्हें लॉयन कहकर बुलाया जाता था।  इस हमले में वे बच गए लेकिन जो चोट लगी वो गहरी थी और 8 महीने बाद ही उनका निधन हो गया। 

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नौसैनिक अफसरों ने पीएम की हत्या की
जापान के प्रधानमंत्री इनुकाई सुयोसी को नौसेना के 12 अफसरों ने गोलियों से छलनी कर दिया था। 15 मई, 1932 को हुई इस घटना से पूरा जापान दहल गया था। हत्या उस समारोह में की गई थी, जहां जापान पीएम के साथ चार्ली चैप्लिन भी जाने वाले थे। सैन्य अफसरों को लग रहा था कि चैप्लिन अमेरीकी हैं और उनकी हत्या के बाद अमेरिका-जापान में युद्ध शुरू हो जाएगा। लेकिन चैप्लिन का प्लान बदल गया और वे बच गए।

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सम्राट हिरोहितो पर तीन-तीन बार हमला
1920-30 के दशक में जापान में  लंबे समय तक सम्राट रहे हिरोहितो भी कई बार साजिश का शिकार हुए। उन पर एक बार नहीं, तीन-तीन बार हमले हुए, हर साल बार वो बच गए। पहला हमला 27 दिसंबर 1923 को हुआ, उनके सैन्य वाहन पर फायरिंग हुई। हमला दाइसुके नेंबे नाम के एक कम्युनिस्ट ने किया। इस हमले में सम्राट के सहयोगी की मौत हो गई। दूसरा हमला 1926 में हुआ, उनकी शादी प्रिंसेस नागाको से होने वाली थी। उसी दिन उनके पिता और उनको विस्फोट में उड़ाने की साजिश थी, लेकिन खुलासा हो गया और वे बच गए। सम्राट पर तीसरी बार 1932 में ग्रेनेड फेंकनेकी कोशिश हुई लेकिन निशाना चूक गया और वे बाल-बाल बच गए।

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लाइव टीवी प्रोग्राम में हत्या
जापान में हुई इस हत्या ने विश्वभर में तहलका मचा दिया था। एक टीवी डिबेट के दौरान मुख्य वक्ता जापान सोशलिस्ट पार्टी के नेता इंजीरो आसानुमा की हत्या कर दी गई। हत्यारे ने खुद को राष्ट्रवादी बताया और उसने कहा कि आसानुमा चीन जाकर माओं से क्यों मिले? यह कहते हुए वह स्टेज पर चढ़ा और चाकूल निकालकर ताबडतोड़ हमले किए। इस दौरान बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे। आज भी यह तस्वीर खूब वायरल होती है।

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