तस्वीरों में जानिए वो टॉप-5 वोकेशनल कोर्स, जिनमें मोटी कमाई और जॉब गारंटी दोनों
करियर डेस्क। मौजूदा समय में व्यावसायिक शिक्षा यानी वोकेशनल एजुकेशन ट्रेंड में तेजी देखी जा रही है। ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट ट्रेडिशनल बीए, बीई, बीटेक या एमबीबीएस डिग्री के बजाय वोकेशनल कोर्स में एडमिशन का विकल्प चुन रहे हैं। हालांकि, बहुत कम लोग ही वोकेशनल कोर्स या बी.वोक डिग्री का एक्चुअल यानी वास्तविक मतलब जानते हैं। आइए तस्वीरों के जरिए इस क्षेत्र के टॉप-5 वोकेशनल कोर्स और उनसे जुड़ी खूबियों के बारे में जानते हैं।
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दरअसल, एक वोकेशनल कोर्स वो है, जो थ्योरिटिकल नॉलेज की जगह प्रैक्टिकल स्किल्स पर फोकस्ड होता है। इन स्पेशल कोर्स में प्रैक्टिकल स्किल और ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग पर जोर दिया जाता है। जैसे-जैसे थ्योरिटिकल से प्रैक्टिकल पर ध्यान केंद्रित होता है, छात्र अच्छी नौकरी पाने के ज्यादा से ज्यादा अवसर की ओर बढ़ते हैं। आज हम आपको उन टॉप-5 वोकेशनल कोर्स के बारे में बता रहे हैं, जिनकी पढ़ाई करते हुए स्टूडेंट बेहतर करियर ऑप्शन की ओर बढ़ सकते हैं।
पाक शाला यानी कलनेरी आर्ट्स कोर्स: छात्रों के बीच बेकिंग और कुकिंग क्लासेस बीते कई साल से लोकप्रिय रही हैं। इस पूरे कोर्स में कई अलग-अलग तरीकों से भोजन पकाना-सजाना और प्रस्तुत करना सिखाया जाता है। इससे आपके शेफ, कुक आदि के रूप में काम करने के अवसर बढ़ेंगे। जो स्टूडेंट पाक कला की पढ़ाई करते हैं, वे विदेशी होटलों, कैफे, 5 स्टार डाइनिंग एस्टेबेलिशमेंट्स, ट्रेन्स और एयरलाइंस के लिए काम कर सकते हैं। फैक्ट ये है कि प्रैक्टिकल तौर पर सभी पाक कला कार्यक्रम यानी कलनेरी आर्ट्स प्रोग्राम इंटरनेशनल लेवल पर मशहूर हैं और यह इस कोर्स की सबसे अच्छी बात में से एक है। यह प्रोग्राम एक दिलचस्प करियर के अलावा फाइनेंशियल सिक्योरिटी भी प्रदान करता है। वे छात्र जो खाने-पीने के शौकीन हैं और खिलाने के भी तथा पाक कला में उनकी रूचि है, वे हॉयर पेमेंट ऑप्शन के साथ अपने इस शौक को करियर के तौर पर पूरा करते हुए आगे बढ़ सकते हैं।
प्रोफेशनल पायलट: इस कोर्स में मिलने वाले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पायलट प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण अनुभव इसे वोकेशनल पायलटों के ट्रेनिंग के लिए आदर्श बनाता है। ट्रेनिंग सेशन 12 से 18 महीनों में पूरा होता है और 10+2 या इसके समकक्ष में गणित और भौतिक विज्ञान दोनों में न्यूनतम 50 प्रतिशत योग्यता होने के बाद पूरा किया जा सकता है। पायलट ट्रेनिंग के दो पार्ट ग्राउंड स्कूल और फ्लाइंग स्कूल हैं। वायु विनियम, विमानन मौसम विज्ञान यानी एविएशन मीटिरियोलॉजी, वायु नेविगेशन एविएशन नेविगेशन, विमान तकनीकी विषय यानी फ्लाइट टेक्नोलॉजी सब्जेक और आरटीआर सहित थ्योरिटिकल सब्जेक्ट को ग्राउंड लेवल ट्रेनिंग (ए) में शामिल किया गया है। सही सलाह और कुल 200 घंटे की उड़ान के साथ, भारत में इच्छुक और योग्य पायलटों के लिए एक सुनहरे अवसर मिलते हैं। पवन हंस जैसी कंपनी इस क्षेत्र में प्रसिद्ध है।
विदेशी भाषा यानी फॉरेन लैंग्वेज
एक विदेशी भाषा पाठ्यक्रम यानी फॉरेन लैंग्वेज कोर्स आपको उस देश की नई भाषा सिखाने के साथ-साथ उस संबंधित देश की संस्कृति और जीवन जीने के तरीके से भी रूबरू कराता है। जो लोग दो या दो से अधिक भाषाओं को धाराप्रवाह यानी फ्लूएंट्ली बोलते हैं, उनके लिए इस तरह का वोकेशनल कोर्स बिल्कुल सही है। बाजारों के वैश्वीकरण और भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आने के बाद से मल्टी लैंग्वेजेज एक्सपर्ट्स की डिमांड बढ़ी है। मल्टीनेशनल कंपनियों को अलग-अलग नेशनल्टिज के लोगों के साथ काम करते समय शब्दों और नीतियों का अनुवाद करने के लिए लैंग्वेज एक्सपर्ट की मदद की जरूरत होती है। एक धाराप्रवाह वक्ता के तौर पर आप एक टीचर, फ्रीलांसर, ट्रांसलेटर यानी अनुवादक, तकनीकी डिकोडर और दुभाषिया यानी इंटरप्रेटर के तौर पर काम करने का विकल्प चुन सकते हैं। टॉप बिजनेसमैनों की ओर से भी कुछ महत्वपूर्ण और चर्चित विदेशी भाषाओं, जिनमें फ्रेंच, जर्मन, रूसी, चाइनीज, जापानी और स्पेनिश शामिल हैं, लैंग्वेज एक्सपर्ट्स को रखते हैं। एक विदेशी भाषा में स्पीड के साथ एक हिस्ट्री लवर के तौर पर टूर गाइड के रूप में भी अपना या करियर चुन सकते हैं।
एनीमेशन: इस इंडस्ट्री में एनिमेटर्स के लिए अवसर लगभग इंडलेस यानी अंतहीन हैं। यह इंडस्ट्री जो कि मशहूर फिल्में नार्निया, अवतार, आइस एज, वॉल-ई जैसी की दुनिया से प्रेरित हैं और उसी सुंदरता को फिर से बनाना चाहते हैं, तो आप इसमें करियर भी बना सकते हैं। मूविंग इमेजेस यानी चलती तस्वीरों जिसे मोशन पिक्चर्स भी कह सकते हैं, के त्वरित प्रदर्शन के जरिए स्पीड और बदलाव को जोड़ने की विधि जो एक-दूसरे से थोड़ी अलग होती है, एनीमेशन कहलाती है। इस फील्ड में करियर बनाने के लिए आपके पास कल्पना यानी इमेजिनेशन की एक मजबूत भावना होनी चाहिए। साथ ही, स्केचिंग और ड्राइंग में भी कुशल होना जरूरी है। कोर्स पूरा होने पर आपको गेमिंग, टेलीविजन, विज्ञापन, फिल्मों और एजुकेशन सहित अलग-अलग तरह के इंडस्ट्रीज में एक स्किल्ड एनिमेटर के तौर पर कई विकल्प चुनने को मिलेंगे।
फोटोग्राफी कोर्स: प्रकाश या विद्युत चुम्बकीय विकिरण (इलेक्ट्रो मैग्नेटिक रेडिएशन) को रिकॉर्ड करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स या केमिकल के इस्तेमाल के जरिए फोटोग्राफी साइंस, आर्ट और टेक्नोलॉजी को जोड़ती है, जिससे ऐसी इमेज का निर्माण किया जा सके, जिन्हें समय के साथ संरक्षित यानी प्रिजर्व किया जा सके। एक फोटोग्राफर के पास रोजगार के कई विकल्प होते हैं, जैसे कि कोई इवेंट, शादी, वाइल्ड लाइफ, फैशन या दूसरे प्रोफेशनल फोटोग्राफर, इसमें आप एक्सपर्ट के तौर पर कोई भी विकल्प चुन सकते हैं। यदि आप फोटोग्राफी इंडस्ट्री में काम करने के लिए दिलचस्पी लेते हैं, तो आपको डिटेल्स, ओरिजिनेलिटी यानी मौलिकता और कल्पना यानी इमेजिनेशन पर प्रभावी नजर रखनी होगी। अगर आप अलग-अलग सब्जेक्ट्स, स्टाइल और थीम पर फोटो खींचने का शौक पाले हुए हैं, तो आप एक फ्रीलांस फोटोग्रॉफर के तौर पर भी काम कर सकते हैं और यह आपका खुद का बिजनेस होगा।