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इस सरकारी स्कीम की मदद से बच्चों के लिए 25 साल में जुटाइए 1 करोड़ रुपए! इतना करना होगा निवेश
बिजनेस डेस्क: पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ अकाउंट निवेश का विकल्प है। इस खाते में सालाना 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। ब्याज आय पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है। यह लंबी अवधि को ध्यान में रचाकर किए जाने वाले निवेश के लिए सबसे बेहतर विकल्पों में हैं, जहां इंटरेस्ट और मेच्योरिटी दोनों टैक्स फ्री हैं।
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लेकिन क्या आपको पता है कि आप अपने बच्चे के नाम से भी पीपीएफ अकाउंट खोल सकते हैं। इसके लिए आपको बच्चे के 18 साल होने तक इस खाते की देख रेख करनी पड़ती है। 18 साल की उम्र के बाद वह खुद इस खाते को मैनेज कर सकता है। बच्चे के नाम से खोले गए अकाउंट पर लोन और आंशिक निकासी की भी सुविधा है।
इन बातों का रखना होगा ध्यान
पीपीएफ खाते में 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है। यानी इसमें 15 साल से पहले पैसा नहीं निकाल सकते हैं। लेकिन इसमें सुविधा है कि इसे आगे भी 5—5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
इतनी है मैक्सिमम लिमिट
गौरतलब है कि इस खाते में मिनिमम और मैक्सिमम जमा करने की लिमिट 500 रुपये और 1.50 लाख है। लेकिन अगर अभिभावक के नाम से भी पीपीएफ अकाउंट खुला है तो दोनों अकाउंट मिलाकर ही अधिकतम रकम की लिमिट मानी जाएगी। ऐसा नहीं है कि दोनों अकाउंट में 1.5 लाख सालाना जमा हो सकता है।
इनकम टैक्स के तहत टैक्स पर मिलेगा छूट
अगर आप बच्चे के नाम भी पीपीएफ अकाउंट में पैसा जमा करते हैं तो दस पर भी इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स पर छूट का फायदा मिलेगा। जब बच्चा 18 साल को हो जाता है तो एक एप्लिकेशन देकर उसका स्टेटस बदलवाना होता है। फिर उसके बाद वह खाते को आपरेट कर सकता है।
कितना मिलेगा रिटर्न
निवेश पर मेच्योरिटी पर कितनी रकम मिलेगा इस बात को उदहारण से समझते हैं। मान लीजिए आपकी अधिकतम महीने की जमा 12,500 रुपये की है। और आप सालाना 1,50,000 रुपये जमा करते हैं। तो सालाना 7.1 फीसदी ब्याज के हिसाब से आपको 15 साल बाद मेच्योरिटी पर 40,68,209 रुपये मिलेंगे। जिसमें से कुल निवेश 22,50,000 रुपए और ब्याज का फायदा 18,18,209 रुपये है।
1 करोड़ फंड के लिए कितना करना होगा निवेश
1 करोड़ फंड के लिए आपको अधिकतम हर महीने 12,500 रुपये निवेश करना होगा। अगर आप सालाना 1,50,000 रुपये जमा करते हैं तो सालाना 7.1 फीसदी ब्याज के हिसाब से 25 साल बाद मेच्योरिटी पर आपको 1.03 करोड़ रुपये मिलेंगे। जिसमें से कुल निवेश 37,50,000 रुपए और ब्याज का फायदा 65,58,015 रुपये है। यानी अगर 15 साल बाद स्कीम को 5—5 साल के लिए 2 बार बढ़ा दिया जाए तो 25 साल बाद आपके बच्चे के नाम 1 करोड़ का फंड तैयार हो जाएगा।
क्यों है बेहतर विकल्प
ज्यादातर बैंक के बचत खातों पर अब 3 से 3.5 फीसदी ही सालाना ब्याज। हालांकि कुछ बैंक बचत खाते पर 6 फीसदी के आस पास भी ब्याज देते हैं। 5 साल की बैंक एफडी पर 5.5 से 6.25 फीसदी के आस पास ब्याज।
पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ अकाउंट पर सुरक्षा की गारंटी
पीपीएफ अकाउंट अनिश्चितता के हालात में भी तय किए गए ब्याज के अनुसार ही रिटर्न मिलेगा। जबकि कैपिटल मार्केट में निवेश के डूबने का खतरा रहता है। अगर आप पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ अकाउंट खोल रहें हैं तो जमा हर एक पैसे पर सुरक्षा की गारंटी। जबकि बैंकों में सिर्फ 5 लाख तक की ही रकम पर बीमा मिलता है। यानी बैंक डूब जाएं तो आपकी सिर्फ 5 लाख की रकम ही सुरक्षित रहेगी।
इन बातों का भी रखें ध्यान
कर्ज वसूलने के लिए किसी व्यक्ति का पीपीएफ खाता जब्त नहीं किया जा सकता है। कोर्ट भी पीपीएफ खाते की रकम से कर्ज का भुगतान करने के लिए नहीं कह सकता है। खाते के पहले 15 साल के दौरान 7वें साल से कुछ शर्तों के साथ आंशिक भुगतान संभव है।