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ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में बढ़ रहे हैं ठगी के मामले, BANK ने सुरक्षित लेन-देन के बताए TIPS
बिजनेस डेस्क। जैसे-जैसे देश में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन बढ़ता जा रहा है, इसमें धोखाधड़ी और फ्रॉड के मामले भी काफी बढ़ रहे हैं। ऐसे लोगों की संख्या काफी है, जो ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के दौरान धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं। अक्सर एटीएम से पैसा निकालते वक्त धोखाधड़ी करने वाले किसी न किसी तरह एटीएम पिन की जानकारी हासिल कर लेते हैं। कुछ तो एटीएम का क्लोन बना कर अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं। इसके अलावा भी धोखाधड़ी के कई तरीके अपनाए जाते हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों को इस तरह की धोखाधड़ी से बचाने के लिए अलर्ट जारी किया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक ट्वीट करके बताया है कि सुरक्षित ट्रांजैक्शन करने के लिए क्या सावधानियां बरतें।
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काफी बढ़ गए हैं बैंकिंग फ्रॉड के मामले
बैंकिंग फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के मुताबिक, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में साल 2018-19 में कुल 71,543 करोड़ रुपए की ठगी हुई है। इस दौरान बैंकिंग फ्रॉड के 6800 से भी ज्यादा मामले सामने आए। वहीं, साल 2017-18 में बैंकिंग फ्रॉड के 5916 मामले सामने आए थे। इनमें 41,167 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई थी। पिछले 11 सालों में बैंकिंग फ्रॉड के 53,334 मामले समने आ चुके हैं, जिनमें 2.05 लाख करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हो चुकी है।
क्या बरतें सावधानी
एटीएम से पैसा निकालने के दौरान जब आप पिन डालें तो एटीएम के की-पैड को एक हाथ से कवर कर लें। साथ ही, अपने पिन के बारें में किसी को मत बताएं। एटीएम कार्ड पर पिन कभी मत लिखें। पिन अपने जन्मदिन की तारीख के आधार पर नहीं बनाएं। एटीएम ट्रांजैक्शन पूरा हो जाने पर रसीद को वहीं फाड़ कर फेंक दें या अपने पास सुरक्षित रख लें।
मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड रखें
अपना मोबाइल नंबर बैंक के खाते से रजिस्टर्ड करा के रखें। अगर मोबाइल नंबर बदलते हैं, तो उसे अपडेट करा लें। इससे आपको हर ट्रांजैक्शन के बाद बैंक की ओर से मैसेज मिलता रहेगा। साथ ही, आपके खाते से जुड़े बैंक के दूसरे मैसेज भी मिलते रहेंगे।
कार्ड की जानकारी नहीं दें
कई बार लोगों के पस एसएमएस या ईमेल आता है, जिसमें कार्ड की जानकारी मांगी जाती है। अगर आपके पास कभी इस तरह का एसएमएस या ईमेल आए तो कभी उसका जवाब नहीं दें। उसे डिलीट कर दें।
यूपीआई के जरिए ठगी
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस के जरिए भी किसी को पेसे भेजे या मंगाए जा सकते हैं। यूपीआई के जरिए ठग किसी को डेबिट लिंक भेज देते हैं। अगर उस लिंक पर क्लिक कर कोई जैसे ही अपना पिन डालता है, उसके अकाउंट से पैसे कट जाते हैं। इसलिए अनजान डेबिट रिक्वेस्ट को तत्कल डिलीट कर देना चाहिए।
एटीएम में अकेले लेन-देन करें
एटीएम कियोस्क में एक से ज्यादा लोगों को जाने की अनुमति नहीं होती। इसलिए हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि जब आप एटीएम का इस्तेमाल कर रहे हों, तो वहां कोई दूसरा व्यक्ति नहीं हो। यह भी सुनिश्चित कर लें कि वहां कहीं जासूसी कैमरा तो नहीं लगा है।
ऑनलाइन पेमेंट के समय रहें सावधान
अगर आप किसी दुकान या पेट्रोल पंप पर क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिए पेमेंट कर रहे हैं, तो कार्ड स्वाइप कराने के दौरान उस पर नजर रखें। इस बात का ध्यान रखें कि कर्मचारी कार्ड को आपकी नजरों से दूर नहीं ले जाए।
कार्ड के डेटा की चोरी
एटीएम कार्ड के डेटा की चोरी के लिए जालसाजी करने वाले कार्ड स्कीमर का इस्तेमाल करते हैं। इसके जरिए जालसाज कार्ड रीडर स्लॉट में डेटा चोरी करने वाला डिवाइस लगा देते हैं और डेटा चुरा लेते हैं।