- Home
- Entertainment
- Bollywood
- जिस बहन की वजह से शाहरुख को होना पड़ा था ट्रोल, उसका था पाकिस्तान में पॉलिटिकली कनेक्शन
जिस बहन की वजह से शाहरुख को होना पड़ा था ट्रोल, उसका था पाकिस्तान में पॉलिटिकली कनेक्शन
मुंबई. शाहरुख खान की चचेरी बहन नूरजहां का 52 साल क उम्र में निधन हो गया है। नूरजहां के पति ने खुलासा किया कि वो लंबे समय से बीमार थीं और उन्हें मुंह का कैंसर था। नूरजहां का निधन पाकिस्तान के पेशावर में हुआ है। इस बात की जानकारी उनके पति आसिफ बुरहान ने दी थी और उन्होंने उनके कैंसर की बीमारी के बारे में बताया था।
| Published : Jan 29 2020, 11:37 AM
2 Min read
Share this Photo Gallery
- FB
- TW
- Linkdin
16
)
नूरजहां पाकिस्तान के पेशावर से ताल्लुक रखती थीं। 2018 में हुए आम चुनाव में नूरजहां ने खैबर पख्तूनख्वा संसदीय सीट से बतौर निर्दलीय PK-77 सीट से चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भी दाखिल किया था। लोगों को जैसे ही इस बात का पता चला था तो इस वजह से शाहरुख खान को सोशल मीडिया पर यूजर्स ने ट्रोल किया था।
26
बहन के पाकिस्तान में चुनाव लड़ने की वजह से शाहरुख खान को लोगों ने पाकिस्तान चले जाने की सलाह दी थी। दरअसल, शाहरुख की जितनी फैन फॉलोइंग भारत में है पाकिस्तान में भी इससे कम नहीं है। नूरजहां जब चुनाव कंटेस्ट कर रही थीं तो उन्होंने लोगों से रैली में कहा था कि जैसे लोग शाहरुख को सपोर्ट करते हैं वैसे ही उन्हें भी सपोर्ट करें। इसी वजह से शाहरुख को ट्रोलर्स का सामना करना पड़ा था।
36
बता दें, शाहरुख की कजिन नूरजहां पेशावर (पाकिस्तान) में रहती थीं। दरअसल, 1947 में भारत-पाक विभाजन के दौरान शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद माइग्रेट होकर दिल्ली आ गए थे, जबकि चाचा गुलाम मोहम्मद गामा पाकिस्तान में ही रह गए थे।
46
गुलाम मोहम्मद गामा फ्रीडम फाइटर थे। गुलाम मोहम्मद के दो बेटे (मंसूर खान और मकसूद खान) और एक बेटी (नूरजहां) हैं। बड़े बेटे मंसूर खान पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में बांस की सीढ़ियां बनाने का काम करते हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि शाहरुख उनके छोटे भाई मकसूद खान के सबसे ज्यादा क्लोज थे।
56
मंसूर खान ने इस इंटरव्यू में यह भी बताया था कि 1978 में शाहरुख पहली बार अपने पिता के साथ पेशावर पहुंचे थे। शाहरुख को पेशावर के आसपास के इलाकों में स्वात बहुत पसंद था। हालांकि, अब शाहरुख लंबे समय से वे वहां नहीं गए। शाहरुख की चचेरी बहन नूरजहां (मुन्नी) साल 1997 में मुंबई आई थीं और करीब ढाई महीने शाहरुख के साथ ही रही थीं। नूरजहां ने अपने बेटे का नाम उनके नाम पर 'शाहरुख' ही रख लिया है।
66
नूरजहां जब शाहरुख से मिलने मुंबई आई थीं तो उनके साथ उनके पति आसिफ भी साथ में आए थे।