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ऋषि कपूर नहीं राजेश खन्ना थे 'बॉबी' के हीरो, राज कपूर को इस वजह से बदलना पड़ा था फैसला
एंटरटेनमेंट डेस्क, Rajesh Khanna was the hero of Bobby not Rishi Kapoor : आज ऋषि कपूर का जन्मदिन है, 4 सितंबर 1952 को उनका जन्म मुम्बई में हुआ था। दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर की पहली फिल्म 'बॉबी' 28 सितंबर, 1973 को रिलीज़ हुई थी। यह फिल्म एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। बहुत कम उम्र में इस फिल्म के जरिए ऋषि कपूर अपने पिता राज कपूर और होम प्रोडक्शन, आरके स्टूडियो की इज़्ज़त बचा ली थी। दरअसल मेरा नाम जोकर फिल्म के फ्लॉप होने के बाद राजकपूर बड़े कर्ज में डूब गए थे। लेकिन बॉबी की रिकॉर्डतोड़ सफलता ने कपूर परिवार को फिर से वहीं शानो शौकत वापस दिला दी थी । देखें ऋषि कपूर ने छोटी सी उम्र में कैसे बड़ा काम किया...
/ Updated: Sep 04 2022, 06:35 AM IST
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आरके स्टूडियो- जिसने 'बरसात', 'आवारा', 'मेरा नाम जोकर', 'बरसात', 'श्री 420', 'हिना', 'प्रेम ग्रंथ', 'राम तेरी गंगा मैली', 'सत्यम' शिवम सुंदर' Barsaat’ (Awaara’ 'Mera Naam Joker', 'Barsaat', 'Shri 420', 'Hina', 'Prem Granth', 'Ram Teri Ganga Maili', 'Satyam and Shivam Sundar) जैसी कई हिट फिल्में दीं। हालांकि इसकी शुरुआत खराब रही क्योंकि इसकी पहली फिल्म आग (1948) ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया था।
आरके फिल्मस को बरसात (1949) के साथ सफलता मिली। आवारा (1951), न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में पसंद की गई फिल्म थी। समय के साथ उतार-चढ़ाव देखा गया। लेकिन इस स्टूडियो के लिए फिल्म 'बॉबी' कई मायनों में खास रही।
'बॉबी' के जरिए दर्शकों को न सिर्फ एक अच्छा सिनेमा देखने को मिला, बल्कि एक नया कॉन्सेप्ट भी सामने रखा। कमाई के मामले में भी 'बॉबी' शानदार रही। 70 के दशक में रिलीज हुई इस फिल्म ने उस साल 70 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस किया था।
ऐसा कहा जाता है कि फिल्म 'बॉबी' आरके स्टूडियोज के लिए लकी साबित हुई थी। इससे पहले रिपोर्ट्स के मुताबिक आरके स्टूडियो को गिरवी रखा गया था। दरअसल कपूर परिवार पर उस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा था।
'मेरा नाम जोकर' के फ्लॉप होने से आरके स्टूडियो को काफी नुकसान हुआ था। इस फिल्म के ' बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप होने से राज कपूर का दिल टूट गया था। उन्होंने अपनी जीवनभर की पूंजी इसमें लगा दी थी। वहीं आरके स्टूडियोज पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा था।
लेकिन तब 'बॉबी' की वजह से ही आरके स्टूडियोज की शोहरत और शोहरत वापस आ गई थी। 'बॉबी' ने उस समय की युवा पीढ़ी को रोमांस की परिभाषा समझाई थी।
इस तरह 'बॉबी' ( Bobby) की अपार सफलला ने गिरवी रखे आरके स्टूडियो को बचाया। राजकपूर ने सब कुछ दांव पर लगाकर 'बॉबी' बनाई है। यह फिल्म एक बड़ा जोखिम था। उस समय एक टीनएज लड़के की लवस्टोरी को पर्दे पर दिखाने को लेकर सभी सशंकित थे।
हालांकि इस फिल्म में राजकपूर की पहली पसंद राजेश खन्ना थे, लेकिन उनकी फीस इतनी ज्यादा थी कि राजकपूर उसे अफोर्ड नहीं कर सकते थे, इसके बाद फीस बचाने के लिए बॉबी में ऋषि कपूर को इंट्रोड्यूस किया गया।
राज कपूर साहब ने इस फिल्म से अपने बेटे को लॉन्च किया और फिर दर्शकों ने फिल्म पर जिस तरह से रिएक्शन दिया दी वह इतिहास है।
ऋषि कपूर ( Rishi Kapoor) ने खुद एक बार बॉलीवुड हंगामा को दिए इंटरव्यू में कहा था कि 'बॉबी' आरके स्टूडियोज ( RK Studios ) के लिए बेहतरीन थी।