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बेटे के शहीद होने पर पिता की हुंकार- मेरा लाल देश के लिए कुर्बान हुआ, दो पोते हैं उन्हें भी फौज में भेजूंगा
सहरसा (Bihar) । भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख के गालवन घाटी में हुई हिंसक झड़प में जवान कुंदन कुमार शहीद हो गए हैं। उनकी शहादत की खबर से परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। कुंदन विशनपुर पंचायत के आरण गांव के रहने वाले थे। उनके शहीद होने की खबर मिलने के बाद से पत्नी बेबी कुमारी अपने पति की फोटो को हाथों में लिए रो रही हैं। वहीं, कुंदन के पिता ने कहा कि देश के लिए शहीद होने पर बेटे पर गर्व है। मेरा बेटा देश के लिए कुर्बान हुआ है अभी मेरे पास दो पोते हैं, उन्हें भी मैं देश की सेवा के लिए भेजूंगा।
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कुंदन कुमार के शहीद होने की खबर परिजनों को भारतीय सेना के किसी अधिकारी ने फोन कर दी। इसके बाद हर कोई समाचार सुनने के लिए टीवी सहित अन्य श्रोत से जानकारी इकठ्ठे करने में जुट गए।
सहरसा के कुंदन कुमार की शहादत पर गमगीन है पूरा गांव शहीद कुंदन कुमार के चाचा महेंद्र यादव ने कहा कि 2012 में कुंदन सेना में शामिल हुए थे।
कुंदन कुमार की 2013 में शादी मधेपुरा जिले के घैलाढ़ थाना क्षेत्र के इनरबा गांव की बेबी कुमारी से हुई थी। कुंदन के छह और चार साल के दो बेटे हैं। बेबी कुमारी अपने पति कुंदन के शहीद होने की मिली खबर के बाद से उनकी फोटो को हाथों में लिए बिलख-बिलख कर रो रही हैं।
मंगलवार की देर रात भारत-चीन सीमा पर सहरसा जिले की विशनपुर पंचायत के आरण गांव के वीर कुंदन कुमार के शहीद होने की सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद गांव के लोग गम में डूब गए।
शहीद कुंदन के पिता निमिंद्र यादव ने कहा कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है। मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ। मेरे दो पोते हैं। उन दोनों को भी मैं देश की सेवा के लिए भेजूंगा।