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अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार में हिंसा की 30 लेटेस्ट तस्वीरः बड़ा सवाल- देश जलाकर ये कौन सा हक मांग रहे युवा?
पटना. केन्द्र सरकार द्वारा युवाओं को सेना में भर्ती (agniveers recuritmen) होने के लिए लांच की गई अग्निपथ स्कीम ( Agnipath Scheme) का देशभर में विरोध हो रहा है। सबसे ज्यादा हिंसक प्रदर्शन बिहार (Agneepath Protest in bihar) में देखने का मिला है। टायर जलाए जा रहे हैं, गाड़ियां फूंक दी जा रही हैं, शीशे तोड़ दिए जा रहे हैं, पत्थरों की बरसात की जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने लखीमपुर-आरा, सुपौल और सिकंदराबाद में ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी है। कई जिलों में पुलिसवालों को निशाना बनाया गया। प्रदर्शनकारियों ने लखीसराय रेलवे स्टेशन में तोड़फोड करते हुए अग्निपथ स्कीम योजना को वापस लेने की मांग की है। बड़ा सवाल यह उठता है कि देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर युवा कौन सा हक मांगना चाहते हैं। जिस सेना में जाने की इच्छा ये रखते हैं, वहां पर पहला रूल ही अनुशासन और देश की रक्षा का होता है। फिर आग लगाकर, तोड़फोड़ करके ये युवा कैसे देश के रक्षक बन सकेंगे, पता नहीं।
अग्निपथ स्कीम को लेकर क्यों सड़कों पर हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं युवा
इनका सवाल यह है कि 4 साल की नौकरी के बाद 25% अग्निवीरों को स्थायी काडर में शामिल कर लिया जाएगा, बाकी के 75% कहां जाएंगे। सवाल यह भी है कि 12 लाख रुपए की सेवा निधि से जिंदगी कैसे कटेगी। नौकरी का दूसरा ऑप्शन क्या होगा? टेंशन एक और है- 2021 में सेना में बहाली हुई थी, तब मुजफ्फरपुर समेत 8 जिलों के हजारों कैंडीडेट्स इसमें शामिल हुए थे। फिजिकल के बाद मेडिकल हो गया, लेकिन एक साल से लिखित परीक्षा अभी तक नहीं हुई। सवाल सिर्फ इन प्रर्दशनकारियों का नहीं है बल्कि इनके हां में हां मिलाने के लिए विपक्षी नेताओं की जमात भी कूद पड़ी है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरेजवाला ने कहा- 4 साल के बाद 22 से 25 साल की उम्र में बगैर किसी अतिरिक्त योग्यता के ये युवा क्या करेंगे? जबकि अभी 15 साल की नौकरी के बाद जब रैग्युलर सैनिक रिटायर होता है, तो उसे बैंक में गार्ड या सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी मिल जाती।
अग्निपथ स्कीन को लेकर हो रहे प्रदेशन के बीच केंद्र सरकार ने साफ किया है कि अग्निपथ योजना युवाओं के हित में है। सेना में जाने वाले युवाओं के लिए करियर के नए रास्ते खुलेंगे। सरकार ने 'मिथ बनाम फैक्ट्स' जारी किया है। अग्निपथ स्कीम पर फैलाये जा रहे झूठ से सावधान रहें। भ्रम फैलान वाले पूछ रहे हैं कि सिर्फ चार साल के लिए रोजगार मिलेगा। चार साल बाद भविष्य का क्या होगा? पेंशन भी नहीं मिलेगी। 10-12 लाख रुपए में जिंदगी कैसे गुजरेगी। सेना अनुभवहीन हो जाएगी।
सरकार ने अग्निपथ स्कीम के गिनाए अनगिनत फायदे...
इससे युवाओं का सेना में जाने का सपना साकार होगा। देशभक्ति की भावना जागेगी। बेरोजगार युवाओं को 4 साल का अनुभव मिलेगा। 4 साल बाद दूसरी नौकरियों के अवसर मिलेंगे। पुलिस और दूसरी संबंधित सेवाओं में उनको प्रयोरिटी दी जाएगी। अग्निवीरों को सीएपीएफएस और असम राइफल्स में प्राथमिकता मिलेगी। कई राज्य सरकारें अपने यहां सरकारी नौकरियों में इनको प्रयोरिटी देंगी। नौकरी के दौरान तकनीकी ट्रेनिंग, डिप्लोमा और पढ़ाई के मौके मिलेंगे। कॉरपोरेट जगत में जॉब मिलने में आसानी होगी। 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी सेवा का मौका मिलेगा। 4 साल बाद 11.71 लाख सेवा निधि मिलेगी। इस पैसे से युवा आगे की पढ़ाई या अपना बिजनेस शुरू कर पाएंगे। सेना की ट्रेनिंग युवाओं में संयम और अनुशासन भरेगी। युवा स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति जागरूक रहेंगे। सेना की औसत उम्र घटकर 32 से 26 हो जाएगी। सेना को युवा जोश और सोच मिलेगी। सेना के सामर्थ्य में नयापन आयेगा। सेना को युवाओं के तकनीकी स्किल का फायदा मिलेगा।
नीचे स्क्रॉल करके देखिए बिहार में हिंसक प्रदर्शन की कुछ शॉकिंग तस्वीरें। इन तस्वीरों को देखकर आपका दिल रोएगा कि हमारे अपने ही युवा, जिनके ऊपर देश का भविष्य है वो ही सबकुछ जलाने पर तुले हैं...
| Published : Jun 17 2022, 04:20 PM IST / Updated: Jun 17 2022, 04:53 PM IST
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अग्निपथ स्कीम का विरोध करते हुए प्रदर्शनकारी युवाओं ने सरकारी संपत्ति को जमकर नुकसान पहुंचाया। युवाओं ने स्टेशन में खड़ी एक ट्रेन में आग लगा दी।
सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में युवा प्रदर्शनकारियों ने कोई परहेज नहीं किया है। स्टेशन में बड़ी एक ट्रेन की बोगी में आग लगा दी गई।
एक तरफ जहां प्रदर्शनकारी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं वहीं, पुलिस ट्रेन में लगी आग को बुझाने की कोशिश करते हुए।
दानापुर रेलवे स्टेशन के बाहर रेलवे सुरक्षा बल के पोस्ट पर भी प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड की। ऑफिस के बाहर की गई तोड़फोड़।
बिहार में प्रदर्शन बीते तीन दिनों से हो रहा है। प्रदर्शन कर रहे युवा प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक में एक मोटर साइकिल फेंक दी।
प्रदर्शनकारियों ने बसों में भी आग लगा दी। सड़क में खड़ी बसों को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया है।
सड़क में भी टायर रखकर प्रदर्शन करने वालों ने आग लगाकर रास्ता रोक दिया। आग लगाने के कारण यातायत भी प्रभावित रहा।
स्टेशन में की गई तोड़फोड़ के बाद वहां मौजूद यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश करते हुए पुलिसकर्मी।
प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकारी जमकर हंगामा करते औऱ नारेबाजी करते दिखाई दिए।
अग्निपथ स्कीम विरोध में प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलवे स्टेशन में की गई आग जनी की तस्वारी। जिसके बाद केवल धुंआ दिखाई दे रहा है।
रेलवे स्टेशन के अंदर बैठने के लिए गई व्यवस्था पर भी प्रदर्शन कारियों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए जमकर तोड़फोड की।
प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेन में लगे पंखों को भी तोड़ दिया। स्टेशन के अंदर की गई तोड़फोड़। भीड़ को रोकने के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।
रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शनकारी युवाओं के द्वारा लगाई गई आग। आगजनी के कारण कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है।
लोगों की जान बचाने वाले एंबुलेंस को भी प्रदर्शनकरियों ने नहीं छोड़ा। हिंसक प्रदर्शन में एंबुलेंस को निशाना बनाया गया।
सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने अग्निपथ वापस लेने की मांग की गई। इस दौरान प्रदर्शनकरियों ने जमकर नारे भी लगाए।
बिहार के औरंगाबाद में भी हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए हर जगह पुलिस बल तैनात है।
प्रदर्शनकारियों की भीड़ हाइवे में भी देखने को मिली। सड़क जाम कर प्रदर्शनकारी। प्रदर्शनकारियों के हाथों में तिरंगे दिखे।
सड़क को जमकर प्रदर्शनकारी जहां यातायत को प्रभावित कर रहे हैं। वहीं, कुछ प्रदर्शनकारी अग्निपथ का विरोध करते हुए पुशअप करते दिखे।
सड़कों में भी प्रदर्शनकारियों का हिंसक रूप देखने को मिला। कई जगह पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प की भी खबरें आईं।
प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश करते पुलिस के जवान। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों के हाथ में झंडा था।