कौन हैं ये विधायक चोकर बाबा, जिसने टिकट काटने से नाराज होकर त्याग दिया अन्न
पटना (Bihar ) । बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में टिकट काटे जाने से नाराज होकर विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा (Shatrughan Tiwari aka Chokar Baba) ने आजीवन अन्न ग्रहण न करने की बात कही है। साथ ही अन्न की जगह विरोध में सिर्फ फलाहार करने की घोषणा की है। बता दें कि वे अमनौर से जिसे वो पिछले चुनाव में हराए थे उसे ही पार्टी टिकट दे दिया है, जबकि वो क्षेत्र में अपना चुनाव प्रचार कर रहे थे।
| Published : Oct 09 2020, 12:12 PM IST / Updated: Oct 09 2020, 12:13 PM IST
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विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा अन्य नेताओं से अलग माने जाते हैं। विधायक बनने के बाद भी उन्होंने अपनी पुत्री की शादी सोनेपुर के हरिहरनाथ मंदिर में ही की। जिसे लेकर काफी सुर्खियों में रहें।
बताते चले कि सारण जिले में आने वाले अमनौर विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद तरैया और मढ़ैरा विधानसभा क्षेत्रों से अलग होकर अस्तित्व में आई। इसके बाद इस सीट पर दो बार विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें यह सीट 2010 में जेडीयू और 2015 में बीजेपी के खाते में गई।
(फोटो में चोकर बाबा)
2010 में जेडीयू उम्मीदवार कृष्ण कुमार मंटू ने निर्दलीय उम्मीदवार सुनील कुमार को 10 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था। वहीं, 2015 के चुनावों में बीजेपी के शत्रुघन तिवारी ने जेडीयू के कृष्ण कुमार मंटू को हराया था। लेकिन, उन्हें ही इस बार टिकट दे दिया गया।
(फोटो में चोकर बाबा)
विधायक चोकर बाबा ने आरोप लगाया है कि उनकी लोकप्रियता से परेशान होकर डिप्टी सीएम सुशील मोदी और स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूडी ने मिलकर उनका टिकट कटवा दिया, जिसके कारण उन्होंने आजीवन फलाहार पर रहने का निर्णय लिया है।
चोकर बाबा का कहना है कि भाजपा ने उसे ही टिकट दिया, जिसे उन्होंने हराया था। उन्होंने कहा कि वह संन्यासी की जिंदगी जीते हैं और अपना विरोध वह संन्यासी की तरह ही प्रकट करेंगे। साथ ही उन्होंने घोषणा कर दी कि वह आजीवन अन्न का सेवन नहीं करेंगे, सिर्फ फल पर रहेंगे। उन्होंने पार्टी पर आंतरिक लोकतंत्र के खत्म होने का भी आरोप लगाया।