- Home
- Auto
- Automobile News
- अब नहीं पड़ेगी बार-बार पेट्रोल-डीजल भरवाने की जरूरत, इन आसान तरीकों से 10 % तक बढ़ सकता है कार का माइलेज
अब नहीं पड़ेगी बार-बार पेट्रोल-डीजल भरवाने की जरूरत, इन आसान तरीकों से 10 % तक बढ़ सकता है कार का माइलेज
ऑटो डेस्क : आम आदमी के लिए कार खरीदना जितना मुश्किल होता है, उससे भी कई ज्यादा मुश्किल उसे मैनेज करना होता है। बढ़ती महंगाई के जमाने में पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) के दाम भी आसमान छू रहे हैं। ऐसे में कार चालक भी अपनी गाड़ी चलाने से पहले उसके माइलेज की टेंशन लेने लगते है और कई बार तो कार छोड़ पैसे बचाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा ले लेते हैं। लेकिन अब कार चलाने से पहले आपको बार-बार पेट्रोल-डीजल भरवाने की टेंशन नहीं होगी, क्योंकि हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसी ट्रिक्स जिसकी मदद से आप अपनी कार के माइलेज (Car Mileage) को 10 फीसदी तक बढ़ा सकते हैं। इसके लिए न तो आपको नई कार खरीदने की जरूरत है और न कोई भारी बदलाव करने की...
- FB
- TW
- Linkdin
)
कहते है ना की कार की दिल उसका इंजन होता है, जब तक वो सही सलामत रहे तब तक कार भी सही से चलती है। इंजन में खराबी आपके कार के माइलेज पर भी असर डालती है। इसलिए इंजन को बचाने के लिए कार का फिल्टर समय-समय पर चेक करते रहें, क्योंकि इंजन के एयर फिल्टर में गंदगी, धूल या मिट्टी के कण आकर चिपक जाते हैं, जिसे इंजन खराब होता है।
इंजन के साथ ही क्लच, गियर आदि पार्ट्स को भी मेंटेन रखना बेहद जरूरी। कार की नियमित रूप से सर्विसिंग करवाएं। इससे पूरी कार की ऑइलिंग, ग्रीसिंग, लुब्रिकेटिंग, फीटिंग और साफ-सफाई हो जाती है जिससे आपकी कार स्मूथ चलती है और माइलेज भी बढ़ता है।
बार-बार ब्रेक और क्लच का इस्तेमाल करने से भी पेट्रोल-डीजल ज्यादा लगता है। लोग अक्सर ट्रैफिक जाम या रेड लाइट पर जल्दबाजी में चक्कर में तेज एक्सलरेटर का इस्तेमाल करते हैं। यही कारण है कि उन्हें बार-बार ब्रेक भी लगाना पड़ता है। इससे फ्यूल की खपत ज्यादा होती है और एवरेज भी कम होता है।
कार के टायर में हवा हमेशा मैन्युफैक्चर गाइड के अनुसार ही रखें। टायर में हवा कम होने से माइलेज कम होता है। वहीं, टायर में हवा ज्यादा हो तो आपकी गाडी ज्यादा उछलेगी, जो कई बार एक्सीडेंट का कारण भी बनते हैं। सुरक्षा और माइलेज दोनों के लिए टायर के एयर प्रेशर को मेंटेन रखना बहुत जरुरी है।
अक्सर हमने देखा है कि गर्मी न होने पर लोग एसी का यूज कार में बैठते से ही करने लगते हैं, जिससे फ्यूल की खपत ज्यादा होती है। इसलिए जरुरत न होने पर आप गाड़ी के एयर कंडीशनर को बंद कर दें, इससे आपकी कार के माइलेज पर काफी असर पड़ेगा।
कार की स्पीड माइलेज पर बहुत असर डालती है। अगर आप अपनी कार को 45 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर चलाते हैं, तो आपको अच्छा माइलेज मिलता है। वहीं, कार को ज्यादा तेज या धीरे चलाने पर कार का माइलेज कम हो जाता है।
पेट्रोल-डीजल की क्वालिटी भी माइलेज पर काफी असर डालती है। आजकल वैसे भी हर चीज में मिलावट हो रही है, तो किसी ऐसे पेट्रोल पम्प से फ्यूल डलवाएं जहां बिना मिलावट के सही मात्रा में फ्यूल मिलता है। कई पेट्रोल पम्प पर मीटर में दिखाए जा रहे मात्रा से कम पेट्रोल/डीजल डाला जाता है।
ध्यान रखें कि रात या सुबह के समय पेट्रोल भरवाएं, क्योंकि रात के समय पेट्रोल/डीजल गाढ़ा होता है। इंजन का आयल चेंज कराते समय भी यह ध्यान रखें कि हमेशा ओरिजिनल इंजन आयल ही डलवाएं।