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कम करना चाहते हैं पेट्रोल-डीजल का खर्च और बढ़ाना चाहते हैं गाड़ी का माइलेज, अपनाइए ये 10 ट्रिक
ऑटो डेस्क। महंगाई दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से कार चलाना अब बेहद खर्चीला साबित हो रहा है। एक्सपर्ट्स की मानें तो अब ये दाम धीरे-धीरे बढ़ते ही रहेंगे और कीमतों में कमी बहुत ज्यादा नहीं होगी। अगर पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से आपका बजट बिगड़ रहा है, तो कुछ आसान ट्रिक अपनाइए। कुछ खास बातों का ध्यान रखते हुए अगर आप इन ट्रिक्स को फॉलो करते हैं, तो निश्चत रूप से आपको एक अच्छी बचत दिखने लगेगी। हां, बचत कितनी होगी, ये इस पर निर्भर करेगा कि आप कितनी गंभीरता से इसे फॉलो कर रहे हैं। आइए जानते हैं कुछ आसान उपाय, जिन्हें अपनाकर आप पेट्रोल और डीजल का खर्च कम कर सकते हैं।
| Published : Sep 08 2022, 01:28 PM IST / Updated: Sep 08 2022, 01:34 PM IST
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जब भी गाड़ी स्टार्ट करें और रेस लें तो एक्सलेरेटर पर धीरे-धीरे दबाव बढ़ाएं। इसी तरह जब गियर डालकर स्पीड ले रहे हैं, तो भी एक औसत स्पीड में आगे बढ़ें। अचानक तेजी से रेस लेने पर इंजन को फ्यूल ज्यादा इंजेक्ट होता है, जिसकी जरूरत नहीं और यह बेकार चला जाता है।
गाड़ी की स्पीड मेनटेन रखिए। शहरी क्षेत्र में 40 से 50 की स्पीड पर ही गाड़ी चलाएं। इससे ज्यादा की स्पीड माइलेज कम करेगी। वहीं, हाइवे पर अगर आप 70 से 90 की स्पीड मेनटेन रखते हैं, तो फ्यूल खर्च भी मेनटेन रहेगा।
स्पीड को मेनटेन रखने से कई फायदे हैं। माइलेज बढ़ेगा। बार-बार गियर नहीं बदलना होगा। क्लच नहीं दबाना होगा और एक्सलेरेटर की रेस भी एवरेज रहेगी। इससे इन सारे इक्विपमेंट्स की लाइफ भी लंबी होगी।
यही नहीं, अगर स्पीड के मुताबिक गियर मेनटेन नहीं करते हैं, तो यह आपके माइलेज और मेनटेंनेंस दोनों पर असर डालेगा। गलत गियर में गाड़ी ड्राइव करने पर दस से पंद्रह प्रतिशत पेट्रोल या डीजल अधिक खर्च होता है।
अगर आप शहरी क्षेत्र में हैं और रेड लाइट या फिर जाम का सामना कर रहे हैं, तो फिर जरूरत के मुताबिक गाड़ी को बंद करते रहें। अगर इन जगहों पर आपको 20 सेकेंड से अधिक रूकना पड़ रहा है, तो फायदा इसी में है कि इग्नीशन ऑफ कर दें।
सबसे जरूरी चीज, टायरों में हवा मेनटेन रखें। हर कंपनी गाड़ी के हिसाब से टायर की हवा का निर्धारण करती है। आप भी गाड़ी के डाक्युमेट्स में चेक करें और निर्धारित किए गए प्रेशर को जरूर मेनटेन करें। इससे टायर, गाड़ी और माइलेज तीनों की सेहत बरकरार रहेगी।
इसके अलावा, गाड़ी का समय-समय पर मेनटेनेंस कराते रहें। एयर फिल्टर, ऑयल बदलते रहें। अगर यह सही नहीं है, तो इंजन पर जोर पड़ता है और माइलेज बिगड़ जाता है। इसलिए यह जरूर ध्यान रखिए कि किसी भी वजह से इंजन की सेहत पर असर नहीं पड़े।
गाड़ी में पेट्रोल या डीजल फुल कराके रखना भी ठीक नहीं है। दरअसल, ज्यादा फ्यूल आपके कार पर भार बढ़ाता है। ऐसे में माइलेज पर असर जरूर पड़ता है। गाड़ी में जरूरत के मुताबिक ही पेट्रोल और डीजल भरवाएं। हां, लंबी दूरी तय करनी है तो फ्यूल पर्याप्त रखिए।
यही नहीं, कुछ लोगों को गाड़ी में एसी यानी एयर कंडीशनर फुल करके चलाने का शौक होता है। ऐसा करना बुद्धिमानी नहीं है। संभव हो तो कार का केबिन ठंडा होने के बाद एसी बंद कर दें या कम दें। यह माइलेज बढ़ाने के लिए कारगर है।
कंपनियां गाड़ी को इस हिसाब से डिजाइन करती हैं कि वह सड़क पर चले तो हवा का बहाव उसके लिए बाधक नहीं होना चाहिए। मगर बहुत से लोग गाड़ी को सजाने-संवारने के लिए उस पर कुछ ऐसी चीजें लगा देते हैं, जो हवा के दबाव की वजह से स्पीड में बाधक होती है और तब रेस अधिक लेना पड़ता है, जिससे माइलेज पर असर पड़ता है।