बॉलीवुड की कुछ प्रेम कहानियां परदे पर जितनी खूबसूरत दिखती हैं, असल जिंदगी में उतनी ही दर्दनाक होती हैं। ऐसी ही एक दर्द भरी प्रेम कहानी है 1981 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'लव स्टोरी' के हीरो-हीरोइन कुमार गौरव और विजयेता पंडित की। फिल्म की कामयाबी के साथ-साथ दोनों का प्यार भी परवान चढ़ रहा था, लेकिन इस प्यार में रोड़ा बने खुद कुमार गौरव के पिता, मशहूर अभिनेता राजेंद्र कुमार। विजयेता पंडित ने एक पुराने इंटरव्यू में खुलासा किया था कि राजेंद्र कुमार ने उन्हें बहू के रूप में स्वीकार क्यों नहीं किया, वो बात अब फिर से चर्चा में है।

'लव स्टोरी के दौरान शुरू हुई गौरव-विजयेता की प्रेम कहानी

'लव स्टोरी' फिल्म से कुमार गौरव और विजयेता दोनों ने ही फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। फिल्म के टाइटल की तरह ही, शूटिंग के दौरान दोनों के बीच सच्चा प्यार पनप गया। परदे पर उनकी केमिस्ट्री दर्शकों को जितनी पसंद आई, उतना ही गहराई से वो असल जिंदगी में भी एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे। दोनों शादी के सपने देखने लगे थे। लेकिन, उनके इस प्यार का राजेंद्र कुमार ने कड़ा विरोध किया।

विजयेता पंडित ने बताई थी गौरव संग अपनी लव स्टोरी

एक पुराने इंटरव्यू में इस बारे में बात करते हुए विजयेता ने बताया था, "मैं और गौरव एक-दूसरे से प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे। लेकिन, उनके पिता राजेंद्र कुमार जी इसके लिए राजी नहीं हुए। वजह ये थी कि उन्होंने अपने जिगरी दोस्त, लीजेंड सुनील दत्त को पहले ही वचन दे दिया था। उन्होंने कहा था, 'मेरा बेटा तुम्हारी बेटी से शादी करेगा'। यह वादा बॉलीवुड के दो बड़े और प्रभावशाली परिवारों 'कुमार' और 'दत्त' परिवारों को एक करने के मकसद से किया गया था। राजेंद्र कुमार ने अपने बेटे के प्यार से ज्यादा, अपने दोस्त से किए वादे और दोनों परिवारों के रिश्ते को अहमियत दी। इसी वजह से उन्होंने विजयेता को अपनी बहू बनाने से साफ इनकार कर दिया।

राजेन्द्र कुमार ने पैदा की थीं गलतफहमियां: विजयेता पंडित

अपना दर्द बयां करते हुए विजयेता ने कहा, "राजेंद्र कुमार जी हमारे बीच गलतफहमियां पैदा करने लगे। उस वक्त गौरव भी छोटा लड़का था। पिता की बात टालने की हिम्मत या ताकत उसमें नहीं थी। मैं उसे दोष नहीं देती, लेकिन हमारा प्यार उस दबाव के आगे हार गया।"

और फिर कुर्बान हो गया विजयेता पंडित का प्यार

आखिरकार, राजेंद्र कुमार की इच्छा के मुताबिक कुमार गौरव ने सुनील दत्त की बेटी और संजय दत्त की बहन नम्रता दत्त से शादी कर ली। इस तरह दो ताकतवर परिवार एक हो गए। लेकिन, इस प्रक्रिया में विजयेता का प्यार कुर्बान हो गया। यह घटना बॉलीवुड के पर्दे के पीछे, परिवार की इज्जत, परंपरा और दोस्ती के आगे कैसे निजी प्यार हार जाता है, इसकी एक बड़ी मिसाल बनकर इतिहास में दर्ज हो गई।