सार
उर्मिला मातोंडकर ने राम गोपाल वर्मा संग लड़ाई की खबरों को अफवाह बताया और नेपोटिज्म पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि कैसे एक आम लड़की स्टार बनी और 90 के दशक में उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
एंटरटेनमेंट डेस्क. बॉलीवुड की जानी मानी एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर 90 के दशक की पॉपुलर एक्ट्रेस हैं। उन्होंने राम गोपाल वर्मा की कई हिट फिल्मों में काम किया है। हालांकि, एक समय था जब दोनों के बीच लड़ाई की खूब खबरें आई थीं। ऐसे में लोगों को लगने लगा था कि इस लड़ाई की वजह से उर्मिला और राम गोपाल वर्मा ने एक साथ किसी फिल्म में काम नहीं किया। वहीं अब एक इंटरव्यू में उर्मिला ने इन खबरों का खंडन किया। इसके साथ ही उन्होंने कई शॉकिंग खुलासे किए।
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उर्मिला ने की नेपोटिज्म पर बात
उर्मिला ने कहा, 'ऐसी कोई बात नहीं है कि हमने काम करना बंद कर दिया है। रामगोपाल वर्मा और मेरे बीच कोई मनमुटाव नहीं था। मैंने 'कंपनी' और 'राम गोपाल वर्मा की आग' जैसी उनकी फिल्मों में स्पेशल सॉन्ग किए हैं।' वहीं उर्मिला ने नेपोटिज्म पर बात करते हुए कहा, '90 के दशक में मीडिया मेरी एक्टिंग को छोड़कर सारी चीजों की बात करती थी। आज लोग खुलकर नेपोटिज्म पर बात करते हैं। पहले भी ऐसा होता था, तब भी ऐसे कई लोग थे, जो फिल्मी परिवारों से आते थे। कई लोग इस सच को बर्दाश्त नहीं कर पाते थे कि एक नॉर्मल लड़की इसकी बड़ी स्टार कैसे बन गई। लोगों ने मुझे स्टार बनाया है। मेरा काम हमेशा अपने बारे में बोलता है।'
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उर्मिला ने ऐसे बनाई पहचान
आपको बता दें उर्मिला मातोंडकर ने मात्र 3 साल की उम्र में ही उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा था। फिर उर्मिला को असली पहचान साल 1983 में आई फिल्म 'मासूम' से मिली। इसमें उन्हें खूब पसंद किया गया। हालांकि, बतौर एक्ट्रेस वो साल 1991 में फिल्म 'नरसिम्हा' में दिखाई दी थीं। इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया, जैसे 'रंगीला', 'कौन?', 'भूत', 'एक हसीना थी', 'पिंजर', 'मैंने गांधी को नहीं मारा' 'सत्या', ‘दौड़’, आदि।
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