सार

सोहा अली खान ने बताया कि उनकी मां शर्मिला टैगोर परिवार की मुख्य कमाने वाली थीं। पिता मंसूर अली खान पटौदी क्रिकेट को शौक के लिए खेलते थे, जिससे कोई इनकम नहीं होती थी। शर्मिला जी ने शादी और बच्चों के बाद भी काम जारी रखा।

Soha Ali Khan Reveals Truth Nawab Family :  सैफ, सबा और सोहा  तीनों मंसूर अली खान पटौदी और वेटरन एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर के बच्चे हैं। दुनिया जानती है कि ये नवाबी फैमिली है, जिसके पास हजारों करोड़ की संपत्तियां हैं। लेकिन प्रॉपर्टी होने के बावजूद जो नगद इनकम होती है, दरअसल घर उसी से चलता है। इस बात की तस्दीक करती है सोहा अली खान का लेटेस्ट स्टेटमेंट जो उन्होंने जस्ट टू फिल्मी के साथ एक इंटरव्यू के दौरान शेयर किया है।

सोहा अली खान ने बताया नवाबी फैमिली का सच

दिग्गज एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर और दिवंगत क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी की बेटी सोहा अली खान ने अपने इंटरव्यू में अपनी फैमिली की पर्सनल डिटेल शेयर करते हुए कहा कि उनकी मां ही परिवार की मुख्य कमाने वाली थीं, पिता तो क्रिकेट खेलते थे, उस समय इस खेल से कोई आमदनी नहीं होती थी। लोग बस अपने शौक की वजह से ये प्रोफेशन चुनते थे। सोहा ने बतााया कि उनके पिता मंसूर अली खान, पटौदी के 'नवाब' थे और वे क्रिकेट को केवल एंटरटेनमेंट के लिए खेलते थे, इनकम के लिए नहीं। उन्हें  टाइगर के नाम से भी जाना जाता था।

क्रिकेट से नहीं होती थी रत्तीभर इनकम

सोहा अली खान ने आगे कहा, "हम अक्सर अपने करीबियों से इंस्पायर होते हैं। मेरे पिता टाइगर पटौदी मेरे लिए एक बड़ा रोल मॉडल थे,र जब मैं पैदा हुई, तब तक उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन वे अपने शौक के लिए ज्यादातर वक्त क्रिकेट को ही देते थे। अगर आप यकीन करें तो, मेरे पिता 1960 के दशक में क्रिकेट खेला करते थे, तब इस गेम में बिल्कुल भी पैसा नहीं था। आईपीएल जैसा कोई बैनर नहीं, कोई कंपनी का इनवॉल्वमेंट नहीं, कोई ऐड नहीं, कुछ भी नहीं।"

मां ने अपनी कमाई से हम सभी को लग्जरी लाइफ दी

सोहा ने अपनी शर्मिला टैगोर के बारे में बात करते हुए "मेरी मां परिवार में अकेले कमाने वाली थीं, इसलिए मैंने उन्हें हमेशा ये कहते हुए देखा कि, 'तुम्हें वही करना चाहिए जिससे तुम्हें खुशी मिले', और मैंने अपनी मां को भी देखा जो पूरी जिंदगी एक एक्ट्रेस रहीं, उन्होंने वही किया जो उनका दिल उन्हें करने के लिए इंस्पायर करता था।"

मां बनने के बाद भी शर्मिला टैगोर ने जारी रखा काम करना

सोहा अली खान ने बताया कि शर्मिला टैगोर की शादी के समय उनकी उम्र सिर्फ़ 24 साल थी, उस समय वह अपने करियर के पीक पर थीं। शादी के कुछ साल बाद ही मां बनने के बावजूद उन्होंने काम करना जारी रखा और अपने करियर में सुपरहिट फ़िल्में दीं।

शर्मिला टैगोर ने बनाया बच्चों को काबिल?

शर्मिला टैगोर ने 1968 में मंसूर अली खान पटौदी से शादी करने से पहले इस्लाम धर्म अपना लिया था। इसके बाद उनके तीन बच्चे हुए, सैफ़ अली खान, सबा अली खान और सोहा अली खान। सितंबर 2011 में 70 साल की उम्र में मंसूर अली खान पटौदी इस दुनिया से रुख्सत हो गए। इसके बाद शर्मिला ने अपने दम पर बच्चों को काबिल बनाया ।