Like Raja Raghuvanshi Case: 2008 में जब नीरज ग्रोवर के अचानक गायब होने और उनकी हत्या की खबर सामने आई तो सब हैरान रह गए थे। एक्ट्रेस मारिया सुसाईराज के बॉयफ्रेंड जेरोम मैथ्यू ने उनके सामने ही नीरज की हत्या की थी और फिर दोनों ने लाश ठिकाने लगा दी थी।
Sonam Raghuwanshi Case Row: इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी ने ही कराई थी। रिपोर्ट्स में इस सनसनीखेज खुलासे ने सबको हैरान कर दिया है। वैसे पिछले कुछ समय में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। अगर आपको याद हो तो 2008 का नीरज ग्रोवर हत्याकाण्ड कुछ ऐसा ही था। मुंबई बेस्ड एक प्रोडक्शन हाउस में बतौर टेलीविज़न एग्जीक्यूटिव काम कर रहे नीरज ग्रोवर की हत्या का आरोप उनकी ही कथित गर्लफ्रेंड मारिया सुसाईराज पर लगा था। मारिया उस वक्त एक्ट्रेस थीं और इंडस्ट्री में पहचान बनाने की कोशिश कर रही थीं।
6 मई 2008 की रात अचानक गायब हुए थे नीरज ग्रोवर
यह कहानी शुरू होती है नीरज ग्रोवर की गुमशुदगी से। 6 मई 2008 को 26 साल के नीरज अचानक गायब हो गए। वे मारिया से मिलने गए थे, लेकिन फिर खुद दोबारा मिले ही नहीं। जब 24 घंटे बाद भी नीरज की खबर नहीं मिली तो परिवार ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। परिवार ने नीरज के गायब होने के लिए मारिया सुसाईराज पर संदेह जताया, जो कथिततौर पर उस वक्त उन्हें डेट कर रही थीं। बताया जाता है कि 10 दिन तक पूछताछ में मारिया पुलिस को गुमराह करती थीं और फिर उन्होंने यह कबूल किया कि उनके बॉयफ्रेंड लेफ्टिनेंट एमिल जेरोम मैथ्यू ने उनकी मौजूदगी में नीरज की हत्या कर दी है।
नीरज और मारिया कैसे करीब आए थे
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, मारिया मैथ्यू के साथ रिलेशनशिप में थीं। दो महीने बाद दोनों की सगाई भी होने वाली थी। लेकिन कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की शॉर्ट टाइम एक्ट्रेस मारिया देश भर में पहचान बनाने का सपना लिए मुंबई आईं और इसी दौरान एकता कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स में काम कर रहे नीरज ग्रोवर से उनकी पहचान हुई। मारिया ने नीरज को मैथ्यू के साथ अपने रिश्ते के बारे में नहीं बताया और उनसे नजदीकियां बढ़ाने लगीं। वहीं, नीरज उन्हें टीवी इंडस्ट्री में सेटल कराने में लग गए। यहां यह जानना जरूरी है कि लेफ्टिनेंट एमिल जेरोम मैथ्यू इंडियन आर्मी में काम कर रहे थे।
7 मई 2008 की वो भयानक सुबह, जानिए क्या हुआ था?
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, 6 मई 2008 को रात करीब 10 बजे नीरज ग्रोवर मारिया से मिलने उनके मलाड स्थित धीरज सोलिसिटर नाम के अपार्टमेंट में पहुंचे, जो एक्ट्रेस का नया ठिकाना था। नीरज उन्हें सेटल होने में उनकी मदद के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान मारिया को मैथ्यू का फोन आया और उन्होंने बैकग्राउंड में नीरज की आवाज़ सुनी। मारिया ने उन्हें बताया कि वे उनकी मदद के लिए आए हैं। इस पर मैथ्यू ने उन्हें कहा कि वे नीरज को वहां रात ना रुकने दें। उस वक्त मैथ्यू कोच्चि में थे। उन्होंने रात में फ्लाइट पकड़ी और 7 मई की सुबह लगभग 7:30 बजे मारिया के मुंबई स्थित अपार्टमेंट में पहुंच गए। वे सीधे बेडरूम में गए और वहां नीरज को देखकर आपा खो बैठे। दोनों के बीच जमकर बहस हुई और फिर मैथ्यू ने किचन में इस्तेमाल होने वाले चाकू से नीरज पर हमला कर दिया। मौक़ा-ए-वारदात पर ही नीरज की मौत हो गई।
नीरज ग्रोवर की लाश के लिए गए थे 300 टुकड़े
बताया जाता है कि 7 मई की सुबह लगभग 11:00 बजे मारिया पास के मॉल से बैग्स खरीदकर लाईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक़, मैथ्यू और मारिया ने नीरज ग्रोवर की लाश के 300 टुकड़े किए और उन्हें अलग-अलग बैग्स में भर दिया। इसके बाद उन्होंने किसी की कार उधार ली और उन बैग्स को उसकी डिक्की में डाल दिया। फिर दो बोतल पेट्रोल खरीदा और दोनों वह कार लेकर मनोर के आमगांव स्थित जंगल चले गए। वहां उन्होंने सभी बैग्स पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी। उसी रात तकरीबन 11:30 बजे वे मुंबई लौट आए।
मारिया सुसाईराज हत्या के आरोप से बरी हुई थीं
मामला कोर्ट में गया और मारिया मोनिका सुसाईराज को हत्या के आरोप से बरी कर दिया गया। हालांकि, उन्हें सबूत मिटाने और हत्या में भागीदार होने का दोषी ठहराया गया। पुलिस ने उन्हें तीन साल जेल की सजा सुनाई। जेरोम मैथ्यू पर गैर इरादतन हत्या और सबूत मिटाने का आरोप तय हुआ और उन्हें 10 साल जेल की सजा मिली। सुसाईराज और मैथ्यू को नीरज ग्रोवर की फैमिली को 50 हजार रुपए का जुर्माना देने का आदेश भी दिया गया था।