सार
दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने माना, कुछ फिल्में सिर्फ पैसों के लिए कीं। तीन शिफ्ट में काम को 'यातना' बताया। उन्होंने इसे अपनी मजबूरी बताया है। वहीं रत्ना पाठक ने भी अपना अनुभव शेयर किया है।
Naseeruddin Shah Said Three Shifts a Day For Money : नसीरुद्दीन शाह बॉलीवुड के लीजेंड एक्टर माने जाते हैं। उन्होंने बाज़ार, आक्रोश, सरफरोश, सदमा, स्पर्श, ए वेडनेसडे जैसी फ़िल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया है। हाल ही में आद्यम थिएटर के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने एक बार कुछ फ़िल्में सिर्फ़ पैसों की वजह से साइन करने की बात मानी है। दिन में तीन शिफ्ट में काम करने को "यातना" बताया।
नसीरुद्दीन ने सिर्फ़ पैसे के लिए किया काम
शाह ने खुलासा किया कि कैमरे के सामने और मंच पर एक्टिंग की उनकी तकनीक में कोई अंतर नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी एक दिन में चार शिफ्ट की हैं, तो नसीरुद्दीन ने कहा, "मैंने एक दिन में तीन शिफ्ट की हैं, और दुनिया में इससे बदतर कोई यातना नहीं है। एक समय था जब मैं सिर्फ़ पैसे के लिए कई फ़िल्मों में एक साथ अभिनय कर रहा था। और मुझे एहसास हुआ कि कोई भी पैसा इस पीड़ा के लायक नहीं है - एक सेट से दूसरे सेट पर जाना। आधे समय, आप सेट पर सिर्फ़ रिश्ते बनाने में लगे रहते हैं। आप सुबह 9 बजे की शिफ्ट के लिए पहुंचते हैं, फिर एक और घंटा नाश्ता करते हैं, नज़ारे का आनंद लेते हैं, और गपशप करते हैं। मैं किसी ऐसे व्यक्ति को जानता हूं जिसे यह पसंद आएगा," उन्होंने रत्ना की ओर इशारा करते हुए कहा।
रत्ना पाठक ने बताई अपने एक्सपीरिएंस
वहीं इस मौक पर मौजूद वेटरन एक्ट्रेस रत्ना पाठक ने कहा कि भले ही उनकी क्वालिटी अलग-अलग हो, लेकिन मैंने बहुत कम ऐसा काम किया है जिसे हाई क्वालिटी का कहा जा सके। मेरा ज़्यादातर काम टेलीविज़न पर रहा है, इसलिए जब हम महानता की बात करते हैं तो हम उस तरह की गुणों का उल्लेख नहीं करते हैं। लेकिन मुझे एहसास हुआ है कि अगर मैं इसमें अपना सब कुछ नहीं देती, अगर मैं थिएटर करते समय इस्तेमाल किए जाने वाले स्किल का इस्तेमाल नहीं करती - तो यह न तो सही लगता है और न ही सही दिखता है।"
नसीरुद्दीन शाह की लास्ट रिलीज
नसीरुद्दीन शाह को आखिरी बार फिल्म फ़तेह में देखा गया था। सोनू सूद के निर्देशन में बनी इस मूवी में जैकलीन फर्नांडीज, विजय राज और दिव्येंदु भट्टाचार्य भी लीड रोल में हैं।