9 PHOTO: एक फिल्म देखकर लड़के ने बदला नाम और बन गया देश का बड़ा सुपरस्टार!
Manoj Kumar Death: दिग्गज एक्टर मनोज कुमार का निधन। दिलीप कुमार की फिल्म 'शबनम' से प्रेरित होकर हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी बने मनोज कुमार। जानिए पूरी कहानी!
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दिग्गज फिल्म एक्टर मनोज कुमार का निधन हो गया गया है। 4 अप्रैल 2025 को दुनिया को अलविदा कह गए मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई 1937 को एबटाबाद (जो अब पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में है) में हुआ था।
मनोज कुमार को उनके पैरेंट्स ने हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी नाम दिया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने अपना नाम कब और क्यों बदल लिया था?
हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी उस वक्त 10 साल के थे, जब बंटवारे के दौरान परिवार के साथ वे जंडियाला शेर खान (पाकिस्तान) से दिल्ली आ गए थे।
हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी ने दिल्ली के हिंदू कॉलेज से बैचलर ऑफ़ आर्ट्स (BA) की डिग्री ली।
बताया जाता है कि हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी बचपन से ही दिलीप कुमार, अशोक कुमार और कामिनी कौशल से बेहद प्रभावित थे।
1949 में दिलीप कुमार की फिल्म 'शबनम' रिलीज हुई, जिसमें कामिनी कौशल और जीवन की भी अहम् भूमिका थी। इस फिल्म में दिलीप कुमार का नाम मनोज था।
बताया जाता है कि 'शबनम' देखने के बाद ही हरिकृष्ण गिरी गोवामी ने अपना नाम बदलकर मनोज कुमार रखने का फैसला कर लिया था।
1957 में मनोज कुमार के नाम के साथ फिल्म 'फैशन' से उन्होंने डेब्यू किया। हालांकि, बतौर लीड हीरो उनकी पहली फिल्म 'कांच की गुड़िया' 1961 में रिलीज हुई थी।
बाद में मनोज कुमार ने जब देशभक्ति से भरी फ़िल्में बनाईं तो लोगों ने उन्हें भारत कुमार का नाम दे दिया था। मनोज कुमार को फिल्म 'उपकार' के लिए नेशनल अवॉर्ड (सेकंड बेस्ट फीचर फिल्म) मिला था। वे दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से भी सम्मानित थे। भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से अलंकृत किया था।