'सूर्यवंशम' के 8 शानदार डायलॉग्स, जो बच्चे-बच्चे को भी होंगे जुबानी याद!
अमिताभ बच्चन की सबसे पॉपुलर फिल्म 'सूर्यवंशम' को 26 साल हो गए हैं।1 मई 1999 को रिलीज हुई यह फिल्म इतनी बार टीवी पर आ चुकी है कि इसके डायलॉग्स कई बच्चों को जुबानी याद होंगे। पढ़ें फिल्म के ऐसे ही 8 डायलॉग...
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1.सूर्यवंशम एक आग है...इसमें दोस्तों के लिए जितनी ज्योति है...दुश्मनों के लिए इतनी ही ज्वाला।
2.बचपन से दुखों का इतना बोझ उठाया है कि अब और बोझ उठाने की हिम्मत नहीं रही।
3.किसी इंसान का गुस्सा उसकी उम्र से बड़ा नहीं होता।
4.एक बार इंसान पैदा हो जाए..उसकी उम्र सिर्फ घटती है, बढ़ती नहीं।
5.आज का तुम्हारा हमारा ये केस किसी पंचायत में नहीं जाएगा...यहीं बहस होगी, यहीं पर फैसला होगा और सजा भी यहीं पर दी जाएगी।
6.बचपन में हमने इसे खेलने के लिए खिलौना नहीं दिया तो आज ये हमारी भावनाओं के साथ खेल रहा है।
7.अनपढ़ के पास पढ़े-लिखों के सवाल का जवाब नहीं होता।
8. शादी के बाद लड़की का सरनेम बदलता है, पर तुम्हारी तो किस्मत ही बदली हुई लगती है।