सार
साल 2015 में दिल्ली की सत्ता में 70 में से 67 सीटें जीतने वाली AAP के कार्यालय में टिकट के लिए कई नेताओं ने डेरा डाला हुआ है। पर इस बार पार्टी अपने बड़े नेताओं पर दांव लगा सकती है।
नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 की तारीख घोषित हो चुकी है। इस बीच केंद्र शासित राज्य में चुनाव के लिए जमकर रणनीतियां बन रही हैं। इसके लिए दिल्ली में 70 सदस्यीय सीटों के लिए मंगलवाला से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है। ऐसे में राज्य की तीनों ही बड़ी पार्टियां टिकट बंटवारे की तैयारियों में जुट गई हैं।
आम आदमी पार्टी से लेकर मुख्य विपक्षी दल बीजेपी और कांग्रेस में टिकट के लिए नेताओं में होड़ मची है। साल 2015 में दिल्ली की सत्ता में 70 में से 67 सीटें जीतने वाली AAP के कार्यालय में टिकट के लिए कई नेताओं ने डेरा डाला हुआ है। पर इस बार पार्टी अपने बड़े नेताओं पर दांव लगा सकती है।
इन नेताओं पर रहेगी नजर-
आप की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक जल्द ही बुलाई जा सकती है। इसमें टिकट बंटवारे पर से लेकर कई चुनावी रणनीति तक चीजों पर मंथन हो सकता है। इसके बाद उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी इस बार उन चेहरों को भी विधानसभा चुनाव में उतार सकती है जो 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। इनमें पार्टी के युवा नेता राघव चड्ढा और आतिशी का नाम सबसे आगे है।
उम्मीदवारी पर चल रहा विचार
दोनों ही नेताओं ने औपचारिक रूप से चुनाव लड़ने की इच्छा पर कोई जवाब नहीं दिया है लेकिन सूत्रों के मुताबिक पार्टी इन दोनों की उम्मीदवारी पर विचार कर रही है।
चर्चा में रहेंगे ये चेहरे
करावल नगर सीट से दुर्गेश पाठक की उम्मीदवारी तय मानी जा रही है। साल 2015 के विधानसभा चुनाव में दुर्गेश पाठक 35 सीटों के प्रभारी थे। साथ ही पार्टी के बड़े नेता दिलीप पांडे को भी इस चुनाव में फिर से मौका मिल सकता है। पांडे उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। पर बीजेपी नेता मनोज तिवारी के आगे उन्हें हार का समना करना पड़ा था। पांडे के तिमारपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है।