सार
यहां से आम आदमी पार्टी के जय भगवान ने बीजेपी के रवीन्द्र कुमार को शिकस्त दी। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस के सुरेन्द्र कुमार रहे। बता दें कि आप ने इस बार मौजूदा विधायक रामचंद्र का टिकट काटकर जय भगवान उपकार को खड़ा किया था। वहीं बीजेपी ने भी अपना प्रत्याशी बदलते हुए रवीन्द्र कुमार इन्द्राज को टिकट दिया था।
नई दिल्ली. विधानसभा सीट क्रमांक 7 यानी बवाना (एससी) आरक्षित सीट है। यहां से आम आदमी पार्टी के जय भगवान ने बीजेपी के रवीन्द्र कुमार को शिकस्त दी। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस के सुरेन्द्र कुमार रहे। बता दें कि आप ने इस बार मौजूदा विधायक रामचंद्र का टिकट काटकर जय भगवान उपकार को खड़ा किया था। वहीं बीजेपी ने भी अपना प्रत्याशी बदलते हुए रवीन्द्र कुमार इन्द्राज को टिकट दिया था। जबकि कांग्रेस ने अपने पुराने उम्मीदवार सुरेंद्र कुमार पर ही दांव खेला था। 2015 की बात करें तो यहां से आप प्रत्याशी वेद प्रकाश को 108928 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के गुगन सिंह को 58371 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के सुरेंद्र कुमार को 14749 वोट प्राप्त हुए थे। बता दें कि इस सीट पर 2017 में उपचुनाव हुए थे, जिसके बाद आप प्रत्याशी रामचंद्र विधायक बने। बवाना विधानसभा सीट में कुल वोटर्स की संख्या 303108 है।
बवाना (एससी) (2015)
विजेता- रामचंद्र (आप), वोट मिले- 108928
रनरअप- गुगन सिंह (बीजेपी), वोट मिले- 58371
कुल वोटर्स- 303108
बवाना दिल्ली के उत्तर-पश्चिम जिले में स्थित है। यहां एक किला है, जिसे 1168 ई. में एक जाट जेलदार यानी चौधरी बनवाया था। कहते हैं कि बवाना नाम इसका इसलिए पड़ा कि 52 गांव इस क्षेत्र में शामिल थे। इनमें 17 नरेला में, 17 कराला में, 6 पालम में और 12 सीधे बवाना में आते थे। साथ ही, यहां 5200 बीघा कृषि जमीन थी। बवाना जेल की स्थापना ब्रिटिश राज के अंतर्गत 1860 में हुई। पहले विश्वयुद्ध में अंग्रेजों ने यहां से हजारों की संख्या में सैनिकों की भर्ती की। अब यहां सारी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। यहां दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी है। कई सरकारी स्कूल हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय का लड़कियों का अदिति कॉलेज है। खेलों के क्षेत्र में भी इसका स्थान महत्वपूर्ण है। सतपाल पहलवान यहीं के हैं, जिन्होंने एशियाड गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। यहां के मोहित सहरावत प्रो कबड्डी लीग्स में खेलते हैं।