सार

इंडस्ट्री को एक और झटका लगा है। ओडिया (Odia) फिल्मों के वेटरन एक्टर अजीत दास (Ajit Das) का निधन हो गया है। वह 71 साल के थे। उनके निधन की जानकारी परिवार के लोगों ने दी है। उन्हें कोरोना (corona) वायरस से पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन अधिकारियों ने अब तक उनकी मौत के कारण का खुलासा नहीं किया है। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (nsd) के पूर्व छात्र, दास ने 60 से अधिक उड़िया फिल्मों में काम किया है।

मुंबई. साल 2020 फिल्म इंडस्ट्री के लिए काल बनकर आया है। इस साल एक के एक बड़ी हस्तियां दुनिया छोड़कर जा चुकी हैं। अब इंडस्ट्री को एक और झटका लगा है। ओडिया फिल्मों के वेटरन एक्टर अजीत दास का निधन हो गया है। वह 71 साल के थे। उनके निधन की जानकारी परिवार के लोगों ने दी है। उन्हें कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन अधिकारियों ने अब तक उनकी मौत के कारण का खुलासा नहीं किया है। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) के पूर्व छात्र, दास ने 60 से अधिक उड़िया फिल्मों में काम किया है। 


सीएम ने किया शोक व्यक्त 
राज्य के नियमों के मुताबिक कोई कोविड-19 (covid 19) मरीज की पहचान तब तक उजागर नहीं कर सकता जब तक कि यह सरकार, स्थानीय अधिकारियों या संबंधित मरीज द्वारा जाहिर नहीं की जाती। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (naveen patnaik), केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (dharmendra pradhan) और प्रताप सारंगी (pratap sarangi) और कई अन्य लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। नवीन पटनायक ने अपने शोक संदेश में कहा- अजीत दास के निधन से ओडिया फिल्म उद्योग में खालीपन आ गया है जिस भरने में वर्षों लगेंगे। अजीत दास ओडिशा के सिने प्रेमियों के दिलों में हमेशा रहेंगे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक ट्वीट में कहा- उन्होंने अपने अभिनय से ओडिया सिने दर्शकों को काफी समय तक मंत्रमुग्ध किया। उनके निधन के साथ ओडिया फिल्म उद्योग के एक युग का अंत हो गया।

People Used To Come In Bullock Carts To Watch Odia Films In Keshari,  Recalls Ajit Das
थिएटर में भी किया काम
उन्होंने कई प्ले भी प्रोड्यूस किए थे। अजीत दास का जन्म 1949 में मयूरभंज जिले में हुआ था। उन्होंने 1976 में फिल्म 'सिंदुरा बिंदू' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। वे भुवनेश्वर स्थित उत्कल संगीत महाविद्यालय में नाटक विभाग के पूर्व प्रमुख भी थे। 80 के दशक में आई चर्चित फिल्मों हाकिम बाबू और टुंडाबैदा ने उन्हें लोगों में काफी लोकप्रिय बना दिया। उन्होंने इन फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई। उनकी आखिरी फिल्म इश्क पुनी थारे सितंबर 2018 में रिलीज हुई थी।