सार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद यूपी शिक्षा विभाग ने बंद स्कूलों को सजाने के निर्देश दे दिए हैं। इसमें प्राइमरी के बच्चों का गर्मजोशी स्वागत किए जाने की भी बात कही गई है। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
करियर डेस्क. UP Primary School Reopening 2021: कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे। अब धीरे-धीरे न्यू नॉर्मल के साथ चीजें सुधर रही हैं। ऐसे में स्कूलों को भी खोला जाने लगा है। इधर उत्तर प्रदेश में लगभग एक साल से बंद प्राइमरी स्कूलों को खोले जाने पर सीएम का फैसला आ गया है। 1 मार्च से यूपी में कक्षा एक से पांचवी/आठवीं तक के लिए प्राइमरी स्कूलों को दोबारा खोला जायेगा लेकिन ये साधारण तरीके से नहीं खुलेंगे। एक साल से बंद स्कूलों की ग्रैंड रिओपनिंग होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद यूपी शिक्षा विभाग ने बंद स्कूलों को सजाने के निर्देश दे दिए हैं। इसमें प्राइमरी के बच्चों का गर्मजोशी स्वागत किए जाने की भी बात कही गई है। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर यहां विजिट करें।
बच्चों को नीरस न लगे स्कूल आना
कोविड महामारी के बुरे असर और एक साल के लंबे समय तक बच्चे स्कूल के माहौल से दूर रहे हैं। ऐसे में जब बच्चों को वापस स्कूल बुलाया जाएगा तो वो बेमन से न आएं इसलिए स्कूल सजाने की बात कही गई है। बच्चों का मन बहलाने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए स्कूलों को रंग-बिरंगे गुब्बारों और फूलों से सजाया जाएगा। लखनऊ के बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि शिक्षकों को स्कूल का माहौल उत्सव जैसा बनाने के दिशा निर्देश दिये गये है। स्कूल के मेन गेट और क्लासरूम को गुब्बारों और रंग बिरंगे फूलों से सजाने के निर्देश दिए गए हैं।
कोरोना की वजह से सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही थी। अब छात्रों की दोबारा स्कूल जाने में रुचि पैदा हो और वह फिजिकल क्लास में भाग ले सकें, इसी कोशिश में शिक्षा विभाग का यह फैसला आया है। प्राइमरी क्लास के बच्चों को स्कूल जाने के प्रति रुचि पैदा करने के लिये कई कदम उठाये गये हैं। आकर्षक ढंग से सजे स्कूल में विद्यार्थियों के लिये शुद्ध पेयजल और साफ शौचालय की व्यवस्था की जा रही है।
स्कूल खुलने की नियमावली
यूपी सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक, हर कक्षा में केवल 50 फीसदी विद्यार्थी ही मौजूद रहेंगे। जहां विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है, वहां दो-दो पालियों में कक्षाएं संचालित की जाएंगी। यदि कक्षा का साइज कम है तो कम्प्यूटर कक्ष, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला आदि का इस्तेमाल कक्षा के तौर पर किया जाएगा। कुछ इस तरह कक्षावार दिन तय किए गए हैं।
कक्षा | स्कूल जाने का दिन |
कक्षा 6 के विद्यार्थी | सोमवार और गुरुवार |
कक्षा 7 के विद्यार्थी | मंगलवार और शुक्रवार |
कक्षा 8 के विद्यार्थी | बुधवार और शनिवार |
कक्षा 1 और 5 के विद्यार्थी | सोमवार और गुरुवार |
कक्षा 2 और 4 के विद्यार्थी | मंगलवार और शुक्रवार |
कक्षा 3 के विद्यार्थी | बुधवार और शनिवार |
अभिभावकों की लिखित अनुमति के बाद ही छात्र-छात्राओं को स्कूल में पढ़ने की इजाजत होगी। कक्षा छह से आठ तक के स्कूल 10 फरवरी से और कक्षा एक से पांच तक के स्कूल एक मार्च से खुल जाएंगे।
स्मार्ट क्लासेज से होगी पढ़ाई
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्रदेश के 1.5 लाख से अधिक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में एक करोड़ 83 लाख से अधिक बच्चें पढ़ाई करते हैं। इस साल शिक्षा विभाग स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस शुरुआत करने जा रहा है। केवल लखनऊ में 100 से अधिक स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्था हो चुकी है। धीरे-धीरे करके विभाग अपने द्वारा संचालित सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस की व्यवस्था कर रहा है।
इस तरह बच्चे कोविड गाइडलाइंस के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्मार्ट क्लाज के जरिए पढ़ पाएंगे। साज-सजावट वाले वेलकम से बच्चे स्कूल में न्यू नॉर्मल के साथ संतुलन बैठा पाएंगे।
मिड डे मील भी मिलेगा
सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों में मिड डे मील भी दिया जाएगा। भोजन देने से पहले विद्यार्थियों को निर्धारित दूरी रखते हुए साबुन से हाथ धुलवाया जाएगा। हाथ धुलने के बाद उसे पोछने के बजाय हवा में सुखाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। स्कूल की कैंटीन बंद रहेगी। स्कूल में बाहरी कुछ भी खाने-पीने की चीजें सख्त मना की गई हैं।
कोविड गाइडलाइंस का होगा सख्ती से पालन
सभी कक्षाओं को आकर्षक पेंटिंग्स और डायग्राम्स से सजाने के साथ ही सभी स्कूलों को अपने कैंपस में सफाई का विशेष ध्यान रखने को भी कहा गया है। कोरोना के चलते स्कूल के बच्चों को मास्क पहन कर आना आवश्यक होगा। सभी कक्षाओं को नियमित रूप से सैनिटाइज करने के भी आदेश दिए गए हैं।
- अधिकतम उपस्थिति के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया जाए
- स्कूल असेम्बली कक्षाओं में ही होगी
- किसी भी तरह का आयोजन स्कूल में नहीं होगा
- कोविड 19 के सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाए
- नोटिस बोर्ड पर साफ-सफाई, मॉस्क, सुरक्षा आदि के पोस्टर लगाए जाएं
- जो बच्चे स्कूल न आएं, उनके लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की जाए