सार
What Is Field Marshal Rank: सेना में फील्ड मार्शल रैंक क्या है? जानिए भारत और पाकिस्तान में किन सैन्य अधिकारियों को अब तक यह पांच सितारा सम्मान मिला है। क्यों यह रैंक बेहद खास मानी जाती है।
What Is Field Marshal Rank: पाकिस्तान की सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अपनी सेना के प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को देश के सबसे बड़े सैन्य पद "फील्ड मार्शल" के सम्मान से नवाजा है। यह रैंक पाकिस्तान में अब तक सिर्फ दूसरी बार किसी सैन्य अधिकारी को दी गई है। बताया जा रहा है कि भारत-पाक के हालिया सैन्य तनाव में मुनीर की रणनीतिक भूमिका और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए यह पदवी दी गई है।
जनरल आसिम मुनीर बने पाकिस्तान के निशान-ए-इम्तियाज मिलिट्री
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, “जनरल आसिम मुनीर (निशान-ए-इम्तियाज मिलिट्री) को देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने और दुश्मन को रणनीतिक नेतृत्व के ज़रिए मात देने के लिए फील्ड मार्शल की उपाधि दी गई है।”
क्या होता है फील्ड मार्शल?
फील्ड मार्शल सेना में मिलने वाला सबसे ऊंचा पद होता है, जो 5 स्टार से पहचाना जाता है। ये पद आमतौर पर युद्ध के दौरान वीरता या असाधारण सेवा के लिए दिया जाता है। भारत और पाकिस्तान में यह रैंक पूरी तरह से प्रतीकात्मक होता है और इसमें किसी तरह की वास्तविक सैन्य कमान नहीं होती।
भारत में अबतक कौन-कौन बने फील्ड मार्शल?
भारत में अब तक सिर्फ दो लोगों को यह रैंक दी गई है-
- सैम मानेकशॉ (1973)– 1971 भारत-पाक युद्ध में भारत को जीत दिलाने और बांग्लादेश के निर्माण में अहम भूमिका के लिए।
- के.एम. करियप्पा (1986)– आजादी के बाद पहले भारतीय सेना प्रमुख के तौर पर उत्कृष्ट सेवा के लिए।
पाकिस्तान में अब तक सिर्फ दो फील्ड मार्शल
- जनरल अयूब खान (1959)- जिन्होंने खुद को सत्ता में लाकर यह पदवी ली थी। उनके कार्यकाल में 1965 का भारत-पाक युद्ध हुआ था।
- जनरल आसिम मुनीर (2024)– हाल ही में हुए भारत-पाक तनाव में उनके नेतृत्व को मान्यता देते हुए यह सम्मान मिला है।
जनरल मुनीर की यह पदोन्नति, भारत-पाक टकराव और ‘ऑपरेशन सिंदूर’
जनरल मुनीर की यह पदोन्नति भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हुई है। मई 2024 की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 आम नागरिक मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के नौ सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। बताया गया कि इस ऑपरेशन के चार दिन बाद पाकिस्तान ने भारत से संघर्षविराम की मांग की।
फील्ड मार्शल बनने के बाद जनरल मुनीर की प्रतिक्रिया
पाक सेना की मीडिया शाखा ISPR के मुताबिक, जनरल मुनीर ने कहा, “यह मेरी नहीं, पूरे पाकिस्तानी फौज और देश के लोगों की उपलब्धि है।” यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान में सेना और सिविल सरकार के रिश्ते एक बार फिर चर्चा में हैं।