सार

MP Board Exams 2025: एमपी बोर्ड 2025 की परीक्षाओं की डेटशीट और नया पैटर्न जारी किया गया है। नये पैटर्न के अनुसार छोटे उत्तरों पर जोर दिया गया है वहीं लंबे प्रश्न कम किये गये हैं। जानिए पूरी डिटेल।

MP Board Exams 2025: मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MPBSE) ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए डेटशीट और बदला हुआ एग्जाम पैटर्न जारी कर दिया है। इस बार बोर्ड ने परीक्षा के तरीके में कई अहम बदलाव किए हैं, जो छात्रों की तैयारी और परफॉर्मेंस पर सीधा असर डालेंगे।

परीक्षा का शेड्यूल

कक्षा 10: 27 फरवरी से 19 मार्च 2025 तक

कक्षा 12: 25 फरवरी से 25 मार्च 2025 तक

प्रैक्टिकल परीक्षाएं: 10 फरवरी से 15 मार्च 2025 तक

सभी परीक्षाएं सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक होंगी।

परीक्षा पैटर्न में बड़े बदलाव

इस साल बोर्ड ने छात्रों की सुविधा और बेहतर मूल्यांकन के लिए परीक्षा के स्वरूप में बदलाव किया है। कुल 100 अंकों वाले विषयों का बंटवारा इस प्रकार होगा-

कक्षा 10 और 12 (सिद्धांत आधारित विषय)

  • थ्योरी: 75 अंक
  • आंतरिक मूल्यांकन: 25 अंक

कक्षा 12 (प्रैक्टिकल आधारित विषय)

  • थ्योरी: 70 अंक
  • आंतरिक मूल्यांकन: 30 अंक

अन्य थ्योरी विषय

  • थ्योरी: 80 अंक
  • आंतरिक मूल्यांकन: 20 अंक

क्वेश्चन पेपर का नया फॉर्मेट

छात्रों को इस बार ज्यादा छोटे उत्तर वाले प्रश्नों का सामना करना होगा, जबकि लंबे उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या घटा दी गई है।

नए फॉर्मेट के अनुसार क्वेश्चन डिटेल्स

  • ऑब्जेक्टिव प्रश्न: 6 अंक
  • रिक्त स्थान भरें: 6 अंक
  • सही/गलत: 6 अंक
  • सही मिलान करें: 6 अंक
  • एक वाक्य में उत्तर दें: 6 अंक
  • 2 अंकों के प्रश्न (30 शब्द, 12 प्रश्न): 24 अंक
  • 3 अंकों के प्रश्न (75 शब्द, 3 प्रश्न): 9 अंक
  • 4 अंकों के प्रश्न (120 शब्द, 3 प्रश्न): 12 अंक

तैयारी के लिए जरूरी टिप्स

सिलेबस को ध्यान से पढ़ें: बोर्ड ने सिलेबस और मार्किंग स्कीम में भी बदलाव किए हैं।

सैंपल पेपर देखें: एमपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सैंपल पेपर नए पैटर्न को समझने में मदद करेंगे।

समय का सदुपयोग करें: परीक्षा में अब दो महीने से भी कम का समय बचा है, ऐसे में रणनीतिक पढ़ाई करें।

अभ्यास और रिवीजन पर जोर दें: छोटे उत्तर और ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की प्रैक्टिस करें, क्योंकि ये तेजी से अंक बटोरने का अच्छा जरिया हैं।

एमपी बोर्ड परीक्षा 2025 के ये बदलाव छात्रों के लिए एक सकारात्मक दिशा में कदम हैं। यह पैटर्न न केवल समझ को परखने का काम करेगा बल्कि छात्रों के मानसिक दबाव को भी कम करेगा। अच्छे अंकों के लिए नियमित पढ़ाई और समझदारी से तैयारी ही सफलता की कुंजी है।

ये भी पढ़ें

पुलकित केजरीवाल का JEE एडवांस्ड रैंक, इंजीनियरिंग ब्रांच और IIT कॉलेज

कितने पढ़े-लिखे हैं खान सर? कभी आर्मी अफसर बनना था सपना