सार
NEET UG 2025 MBBS Admission: NEET UG 2025 के रिजल्ट का इंतजार खत्म होने वाला है। जानिए कितने नंबरों पर टॉप मेडिकल कॉलेजों में MBBS की सीट पक्की हो सकती है और क्या आपके नंबरों पर आपको मनचाहा कॉलेज मिलेगा।
NEET Result 2025, MBBS Admission: देशभर के लाखों मेडिकल स्टूडेंट्स की नजर अब NEET UG 2025 के रिजल्ट पर टिकी हुई है। 4 मई 2025 को आयोजित हुई इस परीक्षा में शामिल छात्र अब बेसब्री से जानना चाहते हैं कि कितने नंबर लाने पर उन्हें AIIMS, JIPMER, MAMC जैसे टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेजों में MBBS की सीट मिल सकती है। इस परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) करती है और इसके रिजल्ट की घोषणा 14 जून 2025 तक होने की संभावना है।
NEET UG 2025 में कितने मार्क्स लाने पर किस कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है
NEET एग्जाम में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के 720 अंकों के सवाल पूछे जाते हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीटें बहुत सीमित होती हैं, इसलिए कटऑफ हर साल काफी हाई जाती है। जो छात्र इस बार सरकारी कॉलेज में MBBS सीट पाने का सपना देख रहे हैं, उनके लिए जरूरी है कि वे यह समझें कि कितने मार्क्स लाने पर किस कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है।
NEET 2025 में कितने नंबर लाने पर मिल सकती है सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट?
पिछले कुछ वर्षों के ट्रेंड्स को देखें तो सरकारी मेडिकल कॉलेजों में जनरल कैटेगरी (UR) के स्टूडेंट्स को 610 से 630+ नंबर लाने होते हैं। OBC और EWS कैटेगरी के लिए यह स्कोर 600 से 620+, SC के लिए 500 से 530, और ST के लिए 420 से 490 तक होता है।
टॉप मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए चाहिए कितना स्कोर?
- AIIMS दिल्ली: 680 से 720
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC), दिल्ली: 660 से 680
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU), लखनऊ: 640 से 670
इन कॉलेजों में सीट पाने के लिए आपको बेहद हाई स्कोर लाना जरूरी है। खासकर AIIMS और JIPMER जैसी संस्थाएं सिर्फ टॉप स्कोरर्स को ही मौका देती हैं।
क्या आपके नंबर पर मिलेगा सरकारी कॉलेज में MBBS एडमिशन?
- 650 से 700 NEET स्कोर: AIIMS, JIPMER, MAMC जैसे टॉप कॉलेज में ऑल इंडिया कोटा (AIQ) से सीट मिल सकती है।
- 620 से 650 NEET स्कोर: अधिकांश सरकारी कॉलेजों में AIQ और स्टेट कोटा के तहत अच्छा चांस बनता है।
- 580 से 620 NEET स्कोर: कुछ राज्यों के सरकारी कॉलेजों या कम रैंकिंग वाले मेडिकल कॉलेजों में सीट मिलने की संभावना रहती है।
- 500 से 580 NEET स्कोर: SC/ST/OBC छात्रों के लिए स्टेट कोटा में मौका मिल सकता है। कुछ राज्यों में जनरल कैटेगरी को भी लाभ हो सकता है।
- 450 से कम NEET स्कोर: सरकारी कॉलेज में सीट मिलना बेहद मुश्किल है। इस स्कोर पर प्राइवेट या डीम्ड यूनिवर्सिटी ही विकल्प हैं।
NEET UG में दो तरह के कटऑफ होते हैं
क्वालिफाइंग कटऑफ: यह वह न्यूनतम स्कोर है जिससे आप काउंसलिंग में भाग ले सकते हैं। 2024 में यह जनरल कैटेगरी के लिए 720-162, और OBC/SC/ST के लिए 161-127 था।
NEET UG एडमिशन कटऑफ: सरकारी कॉलेज में सीट पाने के लिए आपको क्वालिफाइंग से कहीं ज्यादा स्कोर चाहिए होता है। आमतौर पर जनरल कैटेगरी के लिए 600-650+ नंबर की जरूरत होती है।
NEET UG कटऑफ क्या आसान पेपर पर निर्भर करती है?
हां, अगर NEET का पेपर आसान होता है तो कटऑफ बढ़ जाती है। 2024 में पेपर सरल था, इसलिए कटऑफ 600-650 तक पहुंच गई थी। चूंकि सरकारी MBBS सीटें सीमित हैं, इसलिए प्रतियोगिता बहुत कड़ी होती है। AIQ की तुलना में कुछ राज्यों के स्टेट कोटा की कटऑफ थोड़ी कम होती है। उदाहरण के तौर पर कर्नाटक में जनरल कैटेगरी की स्टेट कोटा कटऑफ 500-550 के बीच रही थी। अगर आप NEET 2025 में 650+ स्कोर करने में सफल होते हैं तो आपके पास देश के टॉप मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने का सुनहरा मौका है। लेकिन यदि आपका स्कोर थोड़ा कम है तो भी स्टेट कोटा और आरक्षित वर्ग के तहत मौका मिल सकता है।