नई दिल्ली। 2024 के लिए क्यूएस (Quacquarelli Symonds) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (QS World University Rankings) में भारत के 45 विश्वविद्यालयों को जगह मिली है। केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने इसपर खुशी व्यक्त की है और कहा है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले 9 साल में देश की शिक्षा व्यवस्था को बदला है।

राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, "इस साल क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत के 45 विश्वविद्यालय ने जगह बनाई है। मैं इससे खुश हूं। पिछले साल 41 विश्वविद्यालय को लिस्ट में जगह मिली थी। पिछले 9 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव किए हैं। इन वर्षों में भारत के विश्वविद्यालयों की संख्या में 275 फीसदी वृद्धि हुई है। आज भारत के विश्वविद्यालय दुनिया की रैंकिंग में जगह बना रहे हैं। नौकरी देने वालों की नजर में भारत के विश्वविद्यालय एशिया में सबसे अच्छे हैं।"

टॉप 150 में आईआईटी ने बनाई जगह

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के टॉप 150 में आईआईटी बॉम्बे ने जगह बनाई है। क्यूएस के संस्थापक और सीईओ नुंजियो क्वाक्वेरेली ने कहा, "मैं भारतीय विश्वविद्यालयों को उनके लगातार बेहतर प्रदर्शन के लिए बधाई देना चाहता हूं। हमने इस वर्ष की रैंकिंग प्रणाली के लिए 2900 संस्थानों को रेटिंग दी है। 45 भारतीय विश्वविद्यालय रैंकिंग में शामिल हुए हैं। यह पिछले नौ वर्षों में 297% की वृद्धि है। भारतीय विश्वविद्यालयों द्वारा वास्तव में निरंतर और स्थिर सुधार किया गया है।"

नुंजियो क्वाक्वेरेली ने कहा, "आईआईटी बॉम्बे 148वें स्थान पर आया है। मैं इसके लिए इसे बधाई देना चाहता हूं। यह दुनिया में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला भारतीय विश्वविद्यालय बना है। मुझे 2021 में पीएम मोदी से मिलने का सम्मान मिला। मैं वास्तव में भारत में उच्च शिक्षा में सुधार के लिए उनके जुनून और प्रतिबद्धता और राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उनकी भागीदारी से प्रभावित हुआ।"

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में अमेरिका की मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) कैम्ब्रिज 100 स्कोर के साथ पहले नंबर पर है। यूके की कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय दूसरे और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय तीसरे नंबर पर हैं।