IAS Anju Sharma UPSC Success Story: 10वीं और 12वीं में फेल होने के बाद भी IAS अंजू शर्मा ने हार नहीं मानी। अपनी स्ट्रेटजी में बदलाव लाकर उन्होंने आगे की पढ़ाई में डिस्टिंक्शन हासिल की। पहले ही प्रयास में UPSC परीक्षा पास कर IAS बनीं। जानिए

IAS Anju Sharma Success Story: देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC क्रैक कर IAS बनना कोई आसान काम नहीं। हर साल इस परीक्षा में लाखों स्टूडेंट्स शामिल होते हैं, लेकिन चंद लोग ही हैं, जो पहले प्रयास में सफलता हासिल कर पाते हैं। UPSC परीक्षा पहले ही प्रयास में पास करने वाले ऐसे ही कुछ लोगों में शामिल हैं आईएएस अंजू शर्मा, जिनकी लाइफ स्टोरी साबित करती है कि जिंदगी के किसी मोड़ पर मिली असफलता कभी भी आपकी मंजिल तय नहीं करती, जबतक की आप खुद ने हार न मान ली हो। जानिए IAS Anju Sharma की सफलता की कहानी, कैसे 10वीं और फिर 12वीं में भी फेल का सामना करने के बाद भी वह आज एक IAS अफसर हैं।

कौन हैं IAS अंजू शर्मा?

IAS अंजू शर्मा राजस्थान के भरतपुर की रहने वाली हैं। अपने स्कूली दिनों में वो 10वीं और 12वीं में फेल हो गईं थीं लेकिन इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी। उनकी कहानी आज उन लाखों छात्रों को मोटिवेट करती है जो परीक्षा में असफल होने पर खुद को कमजोर मान लेते हैं।

पढ़ाई में शुरू से आई रुकावट, लेकिन अंजू शर्मा ने नहीं हारी हिम्मत

अंजू शर्मा को बचपन में पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 10वीं की प्री-बोर्ड में वह केमिस्ट्री में फेल हो गई थी और 12वीं में उन्हें इकोनॉमिक्स में सप्लीमेंट्री आई। ये वो दौर था जब उन्हें लगा कि शायद उनका करियर खत्म हो जाएगा। लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और आगे की पढ़ाई में डिस्टिंक्शन मार्क्स के साथ पास हुईं।

IAS Anju Sharma Study Strategy: आखिरी वक्त की पढ़ाई नहीं चलती

एक इंटरव्यू में अंजू शर्मा ने बताया कि एक बार रात को खाना खाने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि सिलेबस का बहुत बड़ा हिस्सा अभी बाकी है। डर इतना बढ़ गया कि वह रोने लगीं। इसी वक्त उनकी मां ने उन्हें हिम्मत दी और समझाया कि घबराना नहीं है। तभी उन्होंने सीखा कि पढ़ाई को आखिरी समय के लिए टालना बड़ी गलती है। यही वजह रही कि कॉलेज के दौरान उन्होंने पढ़ाई को लेकर डिसिप्लिन बनाए रखा और B.Sc. में गोल्ड मेडल जीता। बाद में उन्होंने MBA भी किया।

UPSC को माना सिर्फ एक और एग्जाम

MBA के बाद अंजू ने UPSC की तैयारी शुरू की। वो इसे कोई पहाड़ जैसा एग्जाम नहीं मानती थीं, बल्कि उनके मुताबिक, ये सिर्फ एक और एग्जाम था जिसे सही प्लानिंग और लगातार मेहनत से पास किया जा सकता है। उन्होंने पूरा सिलेबस समय से पहले खत्म किया और परीक्षा के वक्त बिल्कुल शांत और फोकस्ड रहीं।

22 साल की उम्र में बनीं IAS, पहली पोस्टिंग राजकोट में

साल 1991 में अंजू शर्मा 22 साल की उम्र में IAS बन गईं। पहले ही प्रयास में उन्होंने UPSC क्लियर किया और उनकी पहली पोस्टिंग गुजरात के राजकोट में असिस्टेंट कलेक्टर के तौर पर हुई। इसके बाद उन्होंने गुजरात के कई जिलों में कलेक्टर और सीनियर अफसर के तौर पर काम किया। आज वह गुजरात सरकार में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, कृषि विभाग के पद पर कार्यरत हैं।

IAS अंजू शर्मा: इंटरनेशनल लेवल तक की पढ़ाई से लेकर प्रशासनिक अनुभव तक

IAS बनने के बाद अंजू ने अमेरिका की Duke University से Masters in International Development Policy भी किया। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार के कई विभागों में जिम्मेदारियां संभाली हैं। जैसे कि श्रम, स्किल डेवलपमेंट, तकनीकी शिक्षा, पर्यावरण, राजस्व, स्वास्थ्य और वाणिज्य मंत्रालय। वर्तमान में वह Labour, Skill Development and Employment Department, Gujarat Government में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी हैं और Kaushalya- The Skill University से भी जुड़ी हुई हैं।