सार

Appraisal Success Tips: अप्रेजल सीजन में परफॉर्मेंस रिव्यू की टेंशन? जानिए स्मार्ट तरीके जिनसे आप मैनेजर को इम्प्रेस कर सैलरी बढ़ोतरी और प्रमोशन पा सकते हैं। 

Appraisal Success Tips: क्या आपके मन में भी ये सवाल हैं- क्या मेरी सैलरी बढ़ेगी? क्या इस बार प्रमोशन मिलेगा? कैसे खुद को साबित करूं ताकि करियर में आगे बढ़ सकूं? अगर हां, तो घबराने की जरूरत नहीं। हर किसी को अपने करियर में ग्रोथ चाहिए, लेकिन सिर्फ मेहनत करने से ही सफलता नहीं मिलती, स्मार्ट तरीके भी अपनाने जरूरी होते हैं। अब जब अपरेजल सीजन करीब है, तो हर कर्मचारी अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस दिखाने की कोशिश में होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ स्मार्ट स्ट्रेटजीज अपनाकर आप अपने मैनेजर को प्रभावित कर सकते हैं और एक बेहतर रिव्यू पा सकते हैं? जानिए

परफॉर्मेंस रिव्यू की टेंशन

Forbes की रिपोर्ट बताती है कि परफॉर्मेंस रिव्यू लगभग हर कर्मचारी के लिए टेंशन भरा होता है, फिर चाहे वो फ्रेशर हो, मिड-लेवल प्रोफेशनल हो या सीनियर लीडर। दिलचस्प बात ये है कि मैनेजर्स भी इस प्रक्रिया को पसंद नहीं करते, क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा उम्मीदें और तनाव जुड़ा होता है।

मैनेजर्स पहले से ही परफॉर्मेंस के बारे में बना लेते हैं अपनी राय

सबसे अहम बात ये है कि मैनेजर्स पहले से ही आपकी परफॉर्मेंस के बारे में अपनी राय बना चुके होते हैं। उन्हें पता होता है कि आपने कैसा काम किया है और आपको क्या रेटिंग देनी है। ऐसे में सवाल उठता है कि आप खुद को कैसे बेहतर साबित कर सकते हैं? जानिए उन तीन स्मार्ट तरीकों को, जो आपको मैनेजमेंट की नजरों में ऊपर उठा सकते हैं और सैलरी बढ़ाने व प्रमोशन पाने में मदद कर सकते हैं।

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कमजोरियों को अपनी ताकत में बदलें

  • अपरेजल से पहले अपनी कमजोरियों का विश्लेषण करें और उन्हें सुधारने का प्लान बनाएं।
  • अपनी कमजोरियों की लिस्ट बनाएं और उन पर काम करने के लिए मैनेजर से गाइडेंस लें।
  • खुद को लीडरशिप रोल के लिए डायरेक्टली प्रोजेक्ट करने के बजाय, कहें कि आपको "टीम मैनेजमेंट का अनुभव चाहिए", जिससे आपको सीखने का मौका भी मिलेगा और मैनेजर को लगेगा कि आप ग्रोथ के लिए तैयार हैं।
  • अपनी कमजोरी को अवसर में बदलकर आप सेल्फ-अवेयरनेस और करियर एडवांसमेंट के लिए अपनी इच्छा दिखा सकते हैं।

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फीडबैक को सकारात्मक रूप से लें, डिफेंसिव न हों

  • मैनेजर की फीडबैक को खुले दिल से स्वीकार करें, न कि बहस करें।
  • अगर आपको नेगेटिव फीडबैक मिले तो उसे पर्सनल अटैक की तरह न लें, बल्कि इसे सुधार का मौका समझें।
  • रिसर्च कहती है कि जो कर्मचारी फीडबैक को सकारात्मक रूप से लेते हैं, उनके प्रमोशन के चांस ज्यादा होते हैं।
  • जब आप सुधार के लिए खुला रवैया दिखाते हैं, तो मैनेजर को लगता है कि आप कंपनी के लिए लॉन्ग-टर्म एसेट हैं और आपको आगे बढ़ाने में फायदा है।

खुद को ज्यादा नंबर देकर दबाव न बनाएं, विनम्र रहें

  • अपनी खुद की परफॉर्मेंस रेटिंग में विनम्र रहें, ताकि मैनेजर आपको बेहतर आंक सके।
  • अगर आप खुद को हाई रेटिंग देते हैं, तो मैनेजर पर दबाव बढ़ जाता है और वे इसे घटाने की कोशिश कर सकते हैं।
  • लेकिन अगर आप संतुलित रेटिंग देते हैं, तो मैनेजर को लगता है कि आप रियलिस्टिक हैं और सही जजमेंट रखते हैं, जिससे वे आपको अधिक स्कोर देने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।
  • अपनी उपलब्धियों का श्रेय अपने मैनेजर और टीम को देना भी आपकी इमेज को पॉजिटिव बनाता है, जिससे वे आपके प्रमोशन के बारे में सोच सकते हैं।

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