सार

स्टूडेंट्स को मैथ से डरने के बजाय इसे समझने की कोशिश ज्यादा करनी चाहिए। ऐसा करने से मैथ आपको जल्दी समझ में आएगी। एक्सपर्ट्स की मानें तो स्टूडेंट्स रोज कम से कम दो घंटे मैथ जरूर पढ़ें। 

एजुकेशन डेस्क। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने शिक्षण सत्र 2022-23 के लिए कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं के लिए बोर्ड एग्जाम की डेटशीट/टाइम टेबल जारी कर दिया है। कक्षा 10 और कक्षा 12 दोनों ही की प्रायोगिक परीक्षा एक ही तारीख को शुरू हो रही है और 13 दिन बाद एक ही तारीख को खत्म हो रही है, जबकि कक्षा 10 और कक्षा 12 की लिखित परीक्षा एक ही तारीख को शुरू होगी, मगर खत्म अलग-अलग तारीख और महीने में हो रही है। 

कक्षा 10 और कक्षा 12 की प्रायोगिक परीक्षा जहां 2 जनवरी से शुरू होगी और यह 14 जनवरी 2023 को खत्म होगी वहीं, कक्षा दसवीं का थ्योरी एग्जाम 15 फरवरी से शुरू होगा और 35 दिन चलने के बाद यह 21 मार्च 2023 को खत्म हो रहा है। वहीं, कक्षा 12वीं का भी थ्योरी एग्जाम 15 फरवरी को शुरू हो रहा है, मगर यह खत्म 50 दिन बाद 5 अप्रैल को हो रहा है। परीक्षा का समय सुबह साढ़े दस बजे से शुरू होगा, जबकि खत्म होने के लिए अलग-अलग समय निर्धारित है। कुछ पेपर जहां साढ़े दस बजे शुरू होकर दो घंटे में ही साढ़े बारह बजे खत्म हो जाएंगे। वहीं, कुछ पेपर तीन घंटे के होंगे और यह साढ़े दस बजे शुरू होकर दोपहर डेढ़ बजे खत्म होंगे। 

मैथ से डरने के बजाय इसे समझने की कोशिश करें

कक्षा 10 हो या 12, गणित का पेपर दोनों ही क्लास के स्टूडेंट्स के लिए चिंता और डर वाला होता है। ऐसे में बहुत से स्टूडेंट्स इसे रटने की कोशिश करते हैं, जो सही नहीं है। असल में स्टूडेंट्स को मैथ से डरने के बजाय इसे समझने की कोशिश ज्यादा करनी चाहिए। ऐसा करने से मैथ आपको जल्दी समझ में आएगी। फिलहाल हम कक्षा 12 के स्टूडेंट्स को लेकर बात करेंगे। एक्सपर्ट्स की मानें तो एकेडेमिक सेशन 2022-23 के लिए कक्षा 12 के गणित के पेपर में स्टूडेंट्स को घबराने की जरूरत नहीं है। वे मैथ्स करिकुलम और सैंपल प्रश्नपत्र  के जरिए स्मार्ट लर्निंग कर सकते हैं। 

कुछ फिक्स टॉपिक्स जिन पर फोकस कर सकते हैं स्टूडेंट्स

स्टूडेंट्स इन लर्निंग मेथड के जरिए ये जानने की कोशिश करें कि मैथ्स में वे कौन से टॉपिक्स हैं, जिनसे पेपर में हर साल सवाल जरूर आता है। इनमें छात्र अगर इक्यूवेलेंस रिलेशन, प्रिंसिपल वेल्यू ब्रांच ऑफ इनवर्स ट्रिंग्नोमेट्री, सॉल्विंग लाइनर इक्वेशन बाई मैट्रिक्स मेथड, इंक्रिजिंग एंड डिक्रिजिंग फंक्शन, मैक्सिमम एंड मिनिमम वेल्यू ऑफ द फंक्शन, इंटीग्रेशन, एरिया अंडर कर्व एंड स्ट्रेट लाइन बाइ इंटीग्रेशन, होमोजीनियस एंड लाइनर डिफ्रेंशियल इंक्वेशन, वेक्टर्स, स्ट्रेट लाइन ऑफ थ्री डाइमेंशियल जियोमेट्री और लाइनर प्रोग्रामिंग प्रॉब्लम, बाइस, थ्योरम ऑफ प्रॉबेबिलिटी टॉपिक्स पर फोकस कर लें, तो अच्छा हो सकता है। बोर्ड एग्जाम में करीब 80 प्रतिशत सवाल एनसीईआरटी किताब से आ सकते हैं। ऐसे में एनसीईआरटी की किताबों से ज्यादा तैयारी कर सकते हैं। वहीं, सवाल और टॉपिक्स तैयार होने के बाद उनका रिविजन करते रहें। रोज दो घंटे गणित विषय जरूर पढ़ें। 

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