सार
Union Budget Facts: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2025 को केंद्रीय बजट पेश करने वाली हैं। भारतीय संविधान के आर्टिकल 112 के मुताबिक, बजट देश का सालाना वित्तीय लेखा-जोखा होता है, जिसमें किसी खास वर्ष के लिए सरकार की कमाई और खर्च का अनुमानित विवरण होता है। संसद में बजट पेश करने का काम वित्त मंत्री का ही होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं एक वित्त मंत्री ऐसे भी हुए हैं, जिन्होंने कभी बजट पेश नहीं किया।
1- केसी नियोगी ने कभी पेश नहीं किया बजट
भारत के एकमात्र फाइनेंस मिनिस्टर केसी नियोगी हैं, जिन्होंने वित्त मंत्री रहने के बावजूद एक भी बार बजट पेश नहीं किया। दरअसल, नियोगी 1948 में महज 35 दिनों के लिए वित्त मंत्री बने थे। इसलिए उन्हें बजट पेश करने का मौका ही नहीं मिला। उनके बाद जॉन मथाई भारत के तीसरे वित्त मंत्री बने थे।
2- हेमवती नंदन बहुगुणा को भी नहीं मिला मौका
अपने कार्यकाल में बजट न पेश करने वाले दूसरे वित्त मंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा थे। वे 1979 में इंदिरा गांधी की सरकार में फाइनेंस मिनिस्टर बने थे। हालांकि, बजट पेश करने से पहले ही उन्हें साढ़े 5 महीने में अपना पद छोड़ना पड़ा था।
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तीन प्रधानमंत्री, जिन्होंने पेश किया बजट
आमतौर पर केंद्रीय बजट वित्त मंत्री ही पेश करता है। लेकिन तीन बार ऐसा भी हुआ है, जब प्रधानमंत्री को बजट पेश करना पड़ा।
1- 13 फरवरी 1958 से लेकर 13 मार्च 1958 तक जवाहरलाल नेहरू ने दूसरी बार वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला। वे सिर्फ 29 दिन तक वित्त मंत्री रहे। इस दौरान उन्होंने बजट भी पेश किया था। ये पहला मौका था, जब देश के प्रधानमंत्री ने बजट पेश किया। दरअसल, नेहरू सरकार में वित्त मंत्री टीटी कृष्णमचारी थे। उन्हें मूंदड़ा घोटाले की वजह से पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इस वजह से नेहरू को संसद में बजट पेश करना पड़ा।
2- 1970 में इंदिरा गांधी ने पहली महिला वित्त मंत्री के तौर पर बजट पेश किया था। दरअसल, मोरारजी देसाई के इस्तीफे के बाद उन्हें वित्त मंत्रालय का भी जिम्मा मिला था। बजट पेश करते हुए इंदिरा ने कहा था, इस बजट से सरकार को 13.50 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी। 2019 में निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली दूसरी महिला वित्त मंत्री बनीं।
3- तत्कालीन वित्त मंत्री वीपी सिंह के सरकार से बाहर होने के बाद राजीव गांधी ने वित्त मंत्री का पदभार संभाला था। राजीव गांधी ने 1987-88 का बजट पेश किया था। मतलब, भारत में बजट पेश करने वाले तीनों प्रधानमंत्री गांधी-नेहरू परिवार से ही थे।
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