सार
दिल्ली/'पटना. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को भारत सरकार का 2025-26 का बजट पेश कर रही हैं। उनका यह लगातार आठवां बजट है। इस बजट में फाइनेंट मिनस्टर कई बड़े ऐलान कर चुकी हैं। बिहार के लिए तो खजाना ही खोल दिया है। किसान से लेकर महिला और युवाओं के लिए कई बड़े वादे हैं। वित्त मंत्री ने अपने भाषण में खास ऐलान करते हुए कहा कि बिहार में मखाना बोर्ड का गठन होगा। बता दें कि दुनिया के 90 फीसदी मखाना का उत्पादन भारत में होता है। जिसमें 80% उत्पादन सिर्फ बिहार में होता है।
क्या है बिहार में मखाना बोर्ड
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा बिहार में मखाना बोर्ड बनेगा, जो सिर्फ और सिर्फ वहां के लोगों के विकास के लिए होगा। इस बोर्ड से छोटे किसानों और व्यापारियों को बड़ा फायदा होगा। इस बोर्ड के जरिए बिहार के लोगों को प्रोडक्शन, प्रोसेसिंग, वैल्यू एडिशन और मार्केटिंग का मौका मिलेगा। जो लोग मखाना निकालने में लगे हैं वो FPO में ऑर्गनाइज किए जाएंगे। साथ ही वित्त मंत्री ने कहा कि बोर्ड किसानों को ट्रेनिंग और सपोर्ट देगा। बता दें कि यह मखाना बोर्ड सिर्फ बिहार के लिए होगा।
बिहार के मखानों को मिला है GI Tag
बता दें कि बिहार के मधुबनी, दरभंगा, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, सीतामढ़ी और किशनगंज जिलों में मखाना की खेती होती है। पूरे बिहार में मखाना की खेती नहीं की जाती है। लेकिन भारत का 80 प्रतिशत मखाना यहीं पैदा होता है। इतना ही नहीं बिहार के मखानों को GI Tag मिला है। इसलिए बिहार की नीतीश सरकार और केंद्र सरकार बिहार के मखाने को इंटरनेशनल लेवल पर ले जाना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि बिहार का मखाना हर जगह मिले। इसी उद्देशय से मखाना बोर्ड का गठना किया जा रहा है। जिससे मखाना की खेती और बाजार को ज्यादा फायदा मिलेगा। अब आधुनिक मशीनें आएंगी और मुनाफा भी डबल होगा।
वित्त मंत्री ने बताया यह बजट किस पर फोकस
सीतारमण ने कहा-हमारा फोकस और स्वास्थ्य और रोजगार पर है। सुधारों पर सरकार का जोर रहेगा जो कि कृषि योजनाओं पर काम जारी रहेगा। उन्होंने कहा यह बजट विकसित भारत का बजट है। महिलाओं को आर्थिक मजबूती देना हमारा लक्ष्य है।हमारा लक्ष्य देश के विकास को बढ़ाना है।