12th पास लड़का बना शेयर बाजार का किंग! खड़ी कर दी 22,000 Cr की कंपनी
Stock Market Success Story: 12वीं पास एक लड़के ने शेयर बाजार से इतना पैसा छापा कि आज 22,000 करोड़ का मालिक है। फैमिली चाहती थी कि बेटा घर का बिजनेस संभाले लेकिन लड़के को कुछ अलग करना था। उसने स्टॉक मार्केट में एंट्री ली और आज सक्सेसफुल इंवेस्टर है।
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शेयर बाजार का 'किंग'
यह कहानी है देश की दिग्गज ब्रोकिंग कंपनी एंजेल वन (Angel One) के फाउंडर दिनेश ठक्कर की। उनके पास ना तो बड़ी डिग्री थी और ना ही बड़ा कॉर्पोरेट नेटवर्क। वह सिर्फ 12वीं पास हैं। फैमिली बिजनेस छोड़कर कुछ अलग करने की सोच में शेयर बाजार में एंट्री ली और अलग पहचान बनाई।
फैमिली बिजनेस छोड़, खुद का रास्ता बनाया
मुंबई के मुलुंड में जन्मे दिनेश के घर का पारंपरिक कपड़े का कारोबार था। घर में बिजनेस का माहौल था, लेकिन दिनेश को कुछ अलग चाहिए था। उन्होंने बचपन से देखा था कि कैसे मुनाफा कमाया जाता है, लेकिन वह खुद का रास्ता बनाना चाहते थे।
हर्षद मेहता के दौर में स्टॉक मार्केट में एंट्री
1990 का दौर था। शेयर बाजार में हर्षद मेहता की कहानियां हर जुबान पर थीं। इसी टाइम फ्रेम में दिनेश ने बाजार की ओर कदम बढ़ाया। शुरुआत अच्छी रही, लेकिन फिर आया 1992 का हर्षद घोटाला और एक ऐसा झटका, जिसने दिनेश ठक्कर की पूरी गेम उलट-पलट कर दी।
पहले कमाया, फिर डूबा लेकिन नहीं मानी हार
जब शेयर मार्केट से झटका मिला तो दिनेश ने हार मानने की बजाय थोड़े पैसे उधार लिए और कुछ अच्छे शेयर चुने। जिनसे उन्हें अच्छा मुनाफा भी मिला लेकिन यह ज्यादा दिन तक नहीं टिका और फिर से घाटा होने लगा। एक इंटरव्यू में दिनेश ने बताया कि 'जब शेयर से नुकसान हुआ, तब समझ आया कि शेयर बाजार (Share Market) बच्चों का खेल नहीं है।' उन्होंने ट्रेडिंग को सीखने का फैसला किया। फंडामेंटल से लेकर टेक्निकल एनालिसिस तक की किताबें पढ़ीं और यहीं से असली ट्रांसफॉर्मेशन शुरू हुआ।
ब्रोकिंग ऐप Angel One बनाया
1997 में दिनेश ने एक छोटी सी टीम के साथ Angel Broking की नींव रखी। शुरुआत में कमाई कुछ ही रुपए थी, लेकिन दिनेश का फोकस लॉन्ग टर्म ग्रोथ पर था। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आई, एंजेल वन ने डिजिटल ब्रोकिंग में बढ़त बना ली और आज इस कंपनी का मार्केट कैप 22,000 करोड़ रुपए से भी कहीं ज्यादा है।
दिनेश ठक्कर का मंत्र
अगर आप सोचते हैं कि बिना बड़ी डिग्री के कुछ बड़ा नहीं हो सकता, तो दिनेश ठक्कर (Dinesh Thakkar) की कहानी अच्छी सीख हो सकती है। उनका सक्सेस मंत्र है 'रिस्क लो, सीखो और फिर दोगुनी ताकत से वापसी करो।'
डिस्क्लेमर: किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।