सार

मल्टीबैगर रिटर्न देने वाला रिन्यूएबल पावर सेक्टर के एक शेयर में लगातार गिरावटआ रही है। अपने हाई लेवल से शेयर करीब 40% से ज्यादा करेक्ट हो चुका है। जिससे निवेशकों को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।

Solar Stock : सोमवार, 17 फरवरी को शेयर मार्केट (Share Market) में दिनभर हलचल रही। बाजार पहले तो लाल निशान पर कारोबार कर रहा था लेकिन फिर इसमें तेज रिकवरी हुई और हरे निशान पर बंद हुआ। इस बीच मल्टीबैगर रिटर्न देने वाला एक सोलर स्टॉक चर्चा में रहा। पिछले तीन-चार साल में जबरदस्त मुनाफा देने वाला यह शेयर लगातार गिर रहा है। जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। एक समय इस शेयर की कीमत 10 रुपए हुआ करती थी, जो बढ़कर 200 रुपए पार चली गई लेकिन अब यह 100 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है। आइए जानते हैं इस शेयर के बारें में...

मल्टीबैगर रिटर्न देने वाले शेयर में तबाही 

हम जिस शेयर की बात कर रहे हैं वह सोलर सेक्टर के सर्वोटेक रिन्यूबल पावर सिस्टम लिमिटेड (Servotech Renewable Power System Ltd) कंपनी का है। इस शेयर में तीन साल पहले निवेश करने वाले निवेशकों को 2000% तक का रिटर्न मिला है। फरवरी 2022 में इस शेयर की कीमत सिर्फ 10 रुपए था, जो अक्टूबर 2024 तक 205 रुपए के हाई पर पहुंच गया था। अब शेयर करीब 40% करेक्ट होकर 119 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहा है। 17 फरवरी को शेयर 1.98% गिरकर 118.99 रुपए पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में इस शेयर ने 22% का निगेटिव रिटर्न दिया है।

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सर्वोटेक रिन्यूएबल पावर सिस्टम कंपनी का काम 

सर्वोटेक रिन्यूएबल पावर सिस्टम लिमिटेड ईवी चार्जिंग और सोलर सॉल्यूशन का काम करती है। यह एनर्जी सॉल्यूशन पर फोकस है। कंपनी इससे जुड़ी चीजें बनाती और सप्लाई करती है। इसके प्रोडक्ट में सोलर प्रोडक्ट, ईवी चार्जर्स और एलईडी लाइटिंग सॉल्यूशन डेवलपमेंट, प्रोडक्शन और सेल्स है।

Servotech Renewable Power System Ltd : तीसरी तिमाही रिजल्ट 

सर्वोटेक रिन्यूएबल को तीसरी तिमाही (Q3 FY2025) में टैक्स के बाद प्रॉफिट 9.18 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 1.11 करोड़ रुपए का लाभ था। इस तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 216.29 करोड़ रुपए है, जो पिछले साल की समान तिमाही में सिर्फ 52.2 करोड़ रुपए था।

सर्वोटेक रिन्यूएबल पावर सिस्टम लिमिटेड का फ्यूचर 

भारत सोलर एनर्जी सेक्टर पर काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। हर साल 300 से ज्यादा दिन 4-7 किलोवाट-घंटा/वर्ग मीटर की औसत सोलर रेडिएशन के साथ हमारा देश सौर क्षमता में दुनिया में सबसे आगे है। पिछले कुछ समय से इसकी डिमांड काफी ज्यादा बढ़ी है। इसका कारण सौर पैनल की लागत में आई कमी, सौर मॉड्यूल की कम लागत और कई अन्य फैक्टर्स हैं।

नोट- किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

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