रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में बदलाव किया है। अब तत्काल टिकट बुक करने से पहले ई-आधार वेरिफिकेशन जरूरी होगा। इससे आम लोगों को कन्फर्म टिकट मिलना आसान होगा और एजेंट्स की धोखाधड़ी रुकेगी।
Railway Tatkal Ticket Booking Rule: रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है। इससे टिकट बुकिंग आसान होगी। साथ ही आम लोगों को भी कन्फर्म टिकट मिलने में दिक्कत नहीं होगी। रेलवे जो बदलाव करने जा रही है, उसमें अब टिकट बुकिंग के वक्त ई-आधार वेरिफिकेशन करना जरूरी होगा। इसके बाद ही टिकट बुकिंग हो पाएगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने X पर जानकारी देते हुए बताया कि इससे सही यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने के साथ ही ट्रैवल एजेंट्स की धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी।
क्या है नया नियम?
इस बदलाव के बाद तत्काल टिकट बुकिंग के समय यात्रियों को ई-आधार से डिजिटल वेरिफिकेशन कराना जरूरी होगा। यानी अपना आधार IRCTC अकाउंट आधार से लिंक करना जरूरी होगा। बता दें कि e-Aadhaar ऑथेंटिकेशन इसी महीने के आखिर तक लागू हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तत्काल बुकिंग विंडो ओपन होने के शुरुआती 10 मिनट बस वही यात्री टिकट बुक कर सकेंगे, जिनका IRCTC अकाउंट Aadhaar से वेरिफाइड होगा। यानी तत्काल बुकिंग शुरू होने के 10 मिनट तक एजेंट भी टिकट बुक नहीं कर सकेंगे
कैसे कर पाएंगे टिकट बुकिंग?
जवाब:विंडो खुलने के शुरूआती 10 मिनट में IRCTC के अधिकृत एजेंट भी टिकट नहीं बुक कर सकेंगे। आधार वेरिफाइड यूजर्स को टिकट बुकिंग करते समय उनके रजिस्टर्ड मोबाइल पर एक OTP आएगा। इसे सबमिट करने के बाद वेरिफिकेशन पूरा हो जाएगा और फिर टिकट बुकिंग की जा सकेगी। रेलवे ने फर्जी आईडी से हो रही तत्काल टिकट बुकिंग पर लगाम कसने के लिए ये नियम लागू किया है। अभी तक ऑनलाइन तत्काल विंडो खुलने के महज 5-10 मिनट में ही सारे टिकट बुक हो जाते थे, जिससे आम यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता था।
आधार से लिंक अकाउंट की संख्या सिर्फ 1.2 करोड़
बता दें कि फिलहाल IRCTC की वेबसाइट पर 13 करोड़ से ज्यादा एक्टिव सब्सक्राइबर हैं, जिनमें आधार से लिंक अकाउंट की संख्या सिर्फ 1.2 करोड़ है। ऐसे में अब आईआरसीटीसी ने अब उन 11 करोड़ 80 लाख अकाउंट की जांच करने का फैसला लिया है, जो आधार से लिंक नहीं है। संदिग्ध पाए जाने वाले तमाम अकाउंट को ब्लॉक किया जाएगा।