LIC हाउसिंग फाइनेंस ने होम लोन की ब्याज दरों में 0.50% की कमी की है। अब ब्याज दर 7.50% से शुरू होगी। RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद यह बदलाव आया है।
LIC Housing Finance Home Loan Rate: एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस का होम लोन सस्ता हो गया है। कंपनी ने लोन की ब्याज दर में 0.50% की कटौती की है, जिसके बाद अब इसके होम लोन की ब्याज दर 7.50% से चालू होगी। बता दें कि रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में की गई कटौती के बाद कई बैंकों ने होम लोन सस्ता किया है। रेपो रेट फिलहाल 5.50% है।
सरकारी बैंकों का होम लोन पर इंटरेस्ट रेट
बैंक का नाम | ब्याज दर |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 7.50% से शुरू |
पंजाब नेशनल बैंक | 7.50% से शुरू |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 7.50% से शुरू |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 7.35% से शुरू |
बैंक ऑफ इंडिया | 7.85% से शुरू |
ब्याज दर घटने से लोन और EMI पर कितना असर होगा?
मान लीजिए किसी शख्स ने 20 लाख रुपए का लोन 20 साल के लिए लिया है। इसकी ब्याज दर 7.50% सालाना है। इस रकम पर उसे कुल 18.66 लाख रुपए ब्याज चुकाना होगा। यानी उसे मूलधन और ब्याज समेत कुल 38.66 लाख रुपए भरने होंगे। पहले उसे 8% के हिसाब से इसी लोन राशि पर 40.14 लाख रुपए चुकाने पड़ते थे। यानी उसे कुल लोन अमाउंट में अब 1.48 लाख रुपए का फायदा होगा।
30 लाख का लोन लेने वालों को कितना फायदा?
वहीं, अगर किसी ने 30 लाख रुपए का लोन 20 साल के लिए लिया है तो उसे इस रकम पर कुल 28 लाख रुपए ब्याज देना होगा। यानी उसे मूलधन+ब्याज समेत कुल 58 लाख रुपए चुकाने होंगे। पहले उसे 8% ब्याज के हिसाब से 30.22 लाख ब्याज और 30 लाख मूलधन समेत कुल 60.22 लाख चुकाने होते थे। यानी पूरे टेन्योर में 2.22 लाख रुपए का फायदा होगा।
फ्लोटिंग रेट पर लोन लेने वालों को होगा सीधा फायदा
फ्लोटिंग रेट पर होम लोन लेने वालों को इसका सीधा फायदा होगा। क्योंकि रिजर्व बैंक जब भी रेपो रेट में कटौती करता है तो फ्लोटिंग पर लोन लेने वालों के लिए बैंकों को ब्याज दरें उसी हिसाब से रीसेट करनी पड़ती हैं। यानी जिसने पहले से लोन ले रखा है, उसकी EMI कम हो जाएगी। अगर आप चाहें तो अपना लोन MCLR या फिक्सड रेट से बदलकर फ्लोटिंग यानी RLLR में स्विच करवा सकते हैं। इसके लिए बैंक कुछ पैसा चार्ज करते हैं। ये उन ग्राहकों के लिए ज्यादा फायदेमंद होगा, जिनका लोन अभी शुरुआती दौर में है।