सार

India-US Trade Deal 2025: भारत और अमेरिका के बीच Bilateral Trade Agreement (BTA) पर पहली सहमति बन गई है। Commerce Ministry के अनुसार, यह डील 2025 के अंत तक फाइनल होगी। जानें $500 बिलियन ट्रेड टारगेट और प्रमुख समझौतों की डिटेल।

 

India-US Trade Deal 2025: भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) की पहली किश्त 2025 के अंत तक फाइनल होने की उम्मीद है। वाणिज्य मंत्रालय (Commerce Ministry) ने शनिवार को यह जानकारी दी। डील के पहले चरण के लिए बनी सहमति को अंतिम रूप देने के लिए कई दफा हाईलेवल कमेटी बातचीत कर चुकी है।

India-US Trade Talks: 4 दिन की उच्चस्तरीय बैठक में बनी सहमति

  • यह फैसला मार्च 26-29 तक नई दिल्ली में चली 4 दिवसीय उच्च स्तरीय बैठक के बाद आया है जिसमें भारत के वाणिज्य मंत्रालय और अमेरिका के ऑफिस ऑफ द यूएस ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव (USTR) के अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक का उद्देश्य भारत-अमेरिका ट्रेड को 2030 तक $500 बिलियन तक पहुंचाना है।
  • दोनों देशों ने मार्केट एक्सेस बढ़ाने, टैरिफ और नॉन-टैरिफ बाधाओं को कम करने और सप्लाई चेन को मजबूत करने पर चर्चा की। मंत्रालय के अनुसार,
  • सेक्टोरल एक्सपर्ट्स लेवल एंगेजमेंट्स जल्द वर्चुअली शुरू होंगे जिससे पहली फेस-टू-फेस बातचीत का रास्ता साफ होगा।

Bilateral Trade Agreement (BTA) के मुख्य बिंदु

भारत और अमेरिका के बीच यह ट्रेड डील दोनों देशों की आर्थिक समृद्धि, सुरक्षा और इनोवेशन (economic prosperity, security & innovation) को बढ़ावा देने में मदद करेगी।

1. मार्केट एक्सेस बढ़ाने पर सहमति

दोनों देशों के व्यापारिक हितों को देखते हुए, इंडियन एक्सपोर्ट और US इंडस्ट्रीज को नए अवसर दिए जाएंगे।

2. टैरिफ और नॉन-टैरिफ बाधाओं को कम किया जाएगा

व्यापारिक बाधाओं को दूर करने के लिए इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्सेशन में कटौती पर चर्चा हुई।

3. सप्लाई चेन को मजबूत करने का लक्ष्य

सप्लाई चेन (Supply Chain Integration) को आसान और तेज बनाने के लिए नए स्ट्रैटेजिक प्लान बनाए जा रहे हैं।

Piyush Goyal की अमेरिका यात्रा के बाद हुआ बड़ा फैसला

ट्रेड डील पर सहमति बनाने के लिए भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने मार्च 4-6 को वाशिंगटन डीसी यात्रा पर थे। उनकी यात्रा के बाद हुई मीटिंग में यह सहमति बनी। अपने यात्रा के दौरान उन्होंने यूएस ट्रेड प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीयर (Jamieson Greer) और कामर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक (Howard Lutnick) से मुलाकात की थी। इसके बाद हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और लगातार वार्ताओं ने इस समझौते को मजबूत किया।