सोने-चांदी की बढ़ती कीमतों ने सभी रिकॉर्ड तोड़ नया ऑलटाइम हाई बना लिया है। करवा चौथ से पहले बुधवार 8 अक्टूबर को सोना चहां 1,22,098 के हाई पर पहुंच गया, वहीं चांदी ने भी डेढ़ लाख रुपए प्रति किलो के स्तर को तोड़ ऑलटाइम हाई बनाया।  

Gold-Silver Price At All Time High: करवा चौथ से ठीक पहले सोना-चांदी की कीमतों ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, 8 अक्टूबर को चांदी ने जहां डेढ़ लाख रुपए का अहम स्तर पार कर लिया, वहीं सोने की कीमत भी 1,22,098 रुपए के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गई। सोना-चांदी में रिकॉर्ड तेजी देखकर जहां इसमें पैसा लगा चुके निवेशक खुश हैं, वहीं इनके सस्ते होने का इंतजार कर रहे लोगों में निराशा है।

1.52 लाख के पार पहुंची चांदी

IBJA के मुताबिक, बुधवार को चांदी 1,52,700 रुपए प्रति किलो के भाव पर पहुंच गई। इससे पहले यानी मंगलवार को इसकी कीमत 1,48,441 रुपए थी। यानी एक ही दिन में चांदी 4259 रुपए महंगी हो चुकी है।

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एक ही दिन में 2157 रुपए महंगा हुआ सोना

सोने की कीमतों ने बुधवार 8 अक्टूबर को अपना नया ऑलटाइम हाई बनाया। IBJA के मुताबिक, 24 कैरेट वाला शुद्ध सोना 1,22,098 रुपए पर पहुंच गया, जो मंगलवार 7 अक्टूबर को 1,19,941 रुपए पर था। यानी एक ही दिन में सोना 2157 रुपए महंगा हो गया। 18 कैरेट सोना फिलहाल 91,574 रुपए जबकि 22 कैरेट 1,11,842 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।

9 महीने में कितना महंगा हुआ गोल्ड?

2025 में अब तक सोने की कीमतों में जबर्दस्त उछाल देखने को मिला है। 31 दिसंबर 2024 को सोने की कीमत 76,162 रुपए थी, जो अब बढ़कर 1,22,098 रुपए पहुंच गई है। यानी पिछले 9 महीने में सोना 45,936 रुपए महंगा हो चुका है। बता दें कि 2024 में सोना 21% तक महंगा हुआ था।

2025 में अब तक कितनी महंगी हुई चांदी?

चांदी की बात करें तो 2025 में अब तक इसकी कीमत 66,683 रुपए बढ़ चुकी है। 31 दिसंबर 2024 को चांदी 86,017 रुपए प्रति किलो थी। वहीं अब ये 1,52,700 रुपए हो चुकी है। 2024 में चांदी की कीमत 17% तक बढ़ी थी।

कहां तक पहुंच सकते हैं सोने के भाव?

एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने में जारी तेजी फिलहाल थमती नहीं दिख रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह सोने की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय डिमांड है। दुनियाभर के तमाम सेंट्रल बैंक सोने की खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा जियोपॉलिटिक टेंशन के चलते सोना सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और इलेक्ट्रॉनिक्स-सौर पैनल इंडस्ट्रीज में सोना-चांदी की बढ़ती डिमांड भी इसकी कीमतें बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। गोल्डमैन सैक्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेशनल लेवल पर अगले साल तक सोना 5000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। यानी एक्सचेंज रेट के हिसाब से तुलना करें तो ये 1.55 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम है।

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