सार

अडानी विल्मर अब AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड बन गई है। कंपनी अब एग्री-बिजनेस पर फोकस बढ़ाएगी और नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करेगी। नाम बदलने से इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी में तेजी आने की भी उम्मीद है।

Adani Wilmar Name Change : अडानी ग्रुप की FMCG कंपनी अडानी विल्मर का नाम बदलकर AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड हो गया है। मंगलवार, 25 फरवरी को कंपनी ने इसकी जानकारी दी। कंपनी की रीब्रांडिंग का मकसद इसकी पहचान को कोर बिजनेस एक्टिविटीज और एग्री-बिजनेस इंडस्ट्री में फ्यूचर की संभावनाओं से जोड़ना है. इससे कंपनी एग्रीकल्चर और फूड सेक्टर पर फोकस करेगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड वित्त वर्ष 26 में नए प्रोडक्ट्स पेश करने पर काम करेगी। किचन एसेंशियल्स के तरहत किफायती और हाई लेवल सेगमेंट पर टारगेट करेगी। बता दें कि अक्टूबर 2024 में अडाणी एंटरप्राइजेज ने अडानी विल्मर के साथ फूड और FMCG बिजनेस को अलग करने के प्लान को रद्द कर दिया था।

अडानी विल्मर क्या काम करती है 

अडानी विल्मर कंपनी साल 1999 में शुरू हुई थी। यह देश की प्रमुख क्रूड पाम ऑयल प्रॉसेस करने वाली कंपनी है। देश में एडिबल ऑयल इंपोर्ट करने वाली भी सबसे बड़ी कंपनी अडानी विल्मर ही है। 10 राज्यों में इसके 23 प्लांट्स हैं। कंपनी एडिबल ऑयल, फूड एंड FMCG और इंडस्ट्री में यूज होने वाले प्रोडक्ट्स बनाती और बेचती है। इसमें सरसों, सूरजमुखी और सोयाबीन जैसे कई कूकिंग ऑयल्स शामिल हैं। अडानी विल्मर का मार्केट कैप 33.96 हजार करोड़ रुपए है।

Adani Wilmar : नाम बदलने से कितना फायदा 

एक्सपर्ट्स के अनुसार, अडानी विल्मर का नाम बदलने से कैपिटल इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी में तेजी आ सकती है। अभी कंपनी के प्रोजेक्ट्स में करीब 1,300 करोड़ रुपए की वैल्यू की फूड प्रोसेसिंग फैसिलिटी शामिल हैं, जो 2022 में IPO से जुटाए गए फंड से फंडेड किए गए हैं। कंपनी ने पिछले महीने ही हरियाणा के सोनीपत में फूड प्रोसेसिंग फैसिलिटी का ऑपरेशन की शुरुआत की थी, जो एडिबल ऑयल और कई फूड आइटम्स बनाएगी।

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अडानी विल्मर कितनी मजबूत कंपनी 

वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में अडानी विल्मल का मुनाफा 104% बढ़कर 411 करोड़ रुपए पहुंच गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 201 करोड़ रुपए के मुनाफे पर था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 15,859 करोड़ रुपए का था। इसमें सालाना आधार पर 23.62% की तेजी आई है। पिछली तिमाही (जुलाई-सिंतबर) में कंपनी का मुनाफा 311 करोड़ रुपए का था। जुलाई-सितंबर में रेवेन्यू 14,460 करोड़ रुपए का था।

अडानी विल्मर शेयर पर नाम बदलने का असर 

मंगलवार, 25 फरवरी को अडानी विल्मर का शेयर (Adani Wilmar Share) 2.76% गिरकर 255.75 रुपए पर बंद हुआ। पिछले एक महीने के दौरान शेयर में गिरावट देखी जा रही है। 8 महीने में करीब 32%, एक साल में 35% तक शेयर गिरा है। इस साल अब तक इसमें 21% तक गिरावट आई है।

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