Anil Ambani in fema case: कर्ज में डूबे जाने-माने उद्योगपति अनिल अंबानी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ईडी ने सोमवार को विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (FEMA) के कथित उल्लंघन के मामले में अनिल अंबानी को तलब किया। बता दें कि अनिल अंबानी के खिलाफ फेमा कानून की अलग-अलग धाराओं के तहत केस दर्ज है और वे इसी मामले में अपना बयान दर्ज कराने ईडी दफ्तर पहुंचे थे।
Fema से जुड़े मामले में हुई अनिल अंबानी से पूछताछ
ED के अधिकारियों के मुताबिक, अनिल अंबानी से फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट कानून से जुड़े एक मामले में पूछताछ की गई। इससे पहले भी अनिल अंबानी 2020 में मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में ईडी के सामने पेश हो चुके हैं। वो केस यस बैंक (Yes Bank) के प्रमोटर राणा कपूर से जुड़ा था। उस वक्त ईडी ने अनिल अंबानी से 9 घंटे पूछताछ की थी। इसमें पता चला था कि अनिल अंबानी की अलग-अलग कंपनियों ने यस बैंक से करीब 12,800 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था।
अगस्त,2022 में इनकम टैक्स विभाग ने दिया था नोटिस
बता दें कि इनकम टैक्स विभाग ने 8 अगस्त, 2022 को अनिल अंबानी को कथित रूप से दो स्विस बैंक अकांउट में रखे 814 करोड़ रुपए से ज्यादा के अघोषित धन पर 420 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी को लेकर नोटिस जारी किया था। हालांकि, सितंबर 2022 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने अनिल अंबानी को इस मामले में राहत देते हुए सुनवाई पर अंतरिम रोक लगा दी थी। साथ ही कोर्ट ने कहा था कि इनकम टैक्स विभाग को कहा था कि वो अनिल अंबानी से कोई जोर-जबरदस्ती न करे।
लगातार कर्ज में डूबते गए अनिल अंबानी
बता दें कि 2010 में अनिल अंबानी की नेटवर्थ (Anil Ambani Networth) 13.7 अरब डॉलर थी। वहीं 2019 तक ये घट कर 1.7 अरब डॉलर रह गई। अनिल अंबानी कर्ज में बुरी तरह डूबे हुए हैं। साल 2002 में पिता धीरूभाई अंबानी की मौत के बाद जब रिलायंस इंडस्ट्रीज का बंटवारा हुआ, तो अनिल अंबानी के हिस्से में इंफ्रास्ट्रक्चर, एंटरटेनमेंट और टेलीकॉम सेक्टर का बिजनेस आया। लेकिन अनिल अंबानी लगातार कर्ज में डूबते गए और उनकी नेटवर्थ भी अब लगभग जीरो हो चुकी है।
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