सार
बिहार के कोट से खाली हुई राज्यसभा की पांचों सीटों के लिए प्रत्याशी के नाम का ऐलान हो गया है। गुरुवार को राजद ने राज्यसभा के लिए प्रेमचंद्र गुप्ता और अमरेंद्रधारी सिंह को अपना उम्मीदवार बताया। बता दें कि इससे पहले जदयू और भाजपा भी अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर चुकी है।
पटना। बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने राज्यसभा के लिए दो उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। गुरुवार को राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पटना में आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया। राजद ने प्रेमचंद्र गुप्ता और अमरेंद्रधारी सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। राजद से पहले जदयू ने अपने कोटे से राज्यसभा के सभापति हरिवंश और रामनाथ ठाकुर को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया था। जबकि भाजपा ने वरिष्ठ भाजपाई नेता सीपी ठाकुर के पुत्र विवेक ठाकुर को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। इस तरह राज्य के कोटे से राज्यसभा में खाली हुई पांचों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हो चुकी है।
सभी प्रत्याशियों की जीत लगभग सुनिश्चित
राज्यसभा चुनाव के लिए राजद ने महागठबंधन में साथी कांग्रेस की मांग को स्वीकार नहीं करते हुए अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया। बता दें कि बिहार में कांग्रेस के 27 विधायक है। जिसके आधार पर कांग्रेस राज्यसभा के लिए एक उम्मीदवार की मांग कर रही थी। लेकिन राजद ने उसे स्वीकार नहीं किया। दूसरी ओर घोषित किए गए इन पांचों राज्यसभा उम्मीदवारों की जीत लगभग पक्की है। क्योंकि सभी पार्टियों के पास आवश्यकतानुसार विधायकों का संख्याबल है। बता दें कि राज्यसभा के एक सांसद के लिए 41 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है।
राजद की भूमिहारों को रिझाने की कोशिश
उल्लेखनीय हो कि अमरेंद्रधारी सिंह को राज्यसभा भेजने के लिए राजद ने भूमिहार जाति के लोगों को रिझाने का प्रयास किया है। अमरेंद्रधारी सिंह भूमिहार हैं। उनका पैतृक आवास पटना के बिक्रम के दुल्हिन बाजार स्थित एनखां गांव में है। जगदानंद सिंह ने उनका परिचय देते हुए बताया कि वो समाज के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति और सोशल वर्कर हैं। इससे इतर अमरेंद्रधारी सिंह रियल स्टेट और केमिकल सेक्टर के कारोबार से जुड़े हैं। वो बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद के करीबी बताए जाते हैं। उन्होंने उर्मिला सिंह प्रतापधारी सिन्हा नामक एक फाउंडेशन बना रखा है, जिसके बैनर तले सामाजिक काम करते हैं।