सार
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच मास्क और सैनिटाइज का स्टॉक खत्म हो गया है। ऐसे में लोगों को मास्क नहीं पा रहा था। इसी बीच जाप संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव राजधानी पटना में लोगों के बीच मास्क का वितरण कर रहे थे। लेकिन अब उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
पटना। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह संरक्षक पप्पू यादव और उनके 50 समर्थकों को कोरोना के फैल रहे संक्रमण के बीच घर से निकलना मंहगा पड़ गया। पुलिस ने उनके और उनके चार दर्जन से अधिक समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दरअसल, मंगलवार की आधी रात से पूरे देश को लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। प्रधानमंत्री द्वारा 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा से दो दिन पहले से बिहार के सभी जिलों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। मगर इसकी परवाह किए बिना जाप राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पटना में भीड़ इकट्ठा कर लोगों को मास्क बांट रहे थे। इसको लेकर उनपर मुकदमा दर्ज किया गया है।
राजधानी में टेंट लगा बांट रहे थे मास्क
जाप संरक्षक राजधानी पटना के प्रेमचंद गोलंबर के पास टेंट लगाकर मास्क बांट रहे थे। पूर्व सांसद अपने 50 समर्थकों के साथ मजमा लेकर लोगों को कोरोना से बचने के लिए मास्क का वितरण कर रहे थे। मगर भीड़ जुटाने की वजह से उनपर कदमकुआं पुलिस ने कार्रवाई की और सख्ती के साथ सभी को वहां से हटाया। मधेपुरा और पूर्णिया के सांसद रह चुके राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर कदमकुआं पुलिस ने लॉकडाउन और महामारी समय भीड़ लगाने का दोषी मानते हुए मामला दर्ज किया है। थानेदार निशिकांत निशि ने बताया कि उनके खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के समझाने के बाद भी नहीं हट रही थी भीड़
कोरोना के बढ़ते कहर के बीच राज्य भर में मास्क और सैनिटाइजर की किल्लत के दौरान जब जाप संरक्षण ने टेंट लगा कर मास्क का वितरण शुरू किया तो इसे लेने के लिए वहां बड़ी संख्या में लोग जुट गए। पुलिस ने इन लोगों को जब समझाकर हटाने की कोशिश की तो लोगों ने एक नहीं सुनी, इसके बाद पुलिस को सख्ती करनी पड़ी और पप्पू यादव व अन्य लोगों को प्रेमचंद गोलंबर से हटाया जा सका। बता दें कि इससे पहले पप्पू यादव पटना में हुए जलजमाव के बीच लोगों की मदद करने को लेकर चर्चा में आए थे।