सार
सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हो चुका है। मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने 15 सदस्यीय ट्रस्ट गठित कर दी है। फैसला आने के बाद किए वायदे के अनुसार पटना से दो करोड़ रुपए की पहली किस्त दी जा चुकी है।
पटना। देश के सबसे बड़े विवादों में एक माने जाने वाले अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद का हल बीते वर्ष सुप्रीम कोर्ट के फैसले हो गया था। कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। केंद्र सरकार ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नामक 15 सदस्यीय ट्रस्ट का गठन कर दिया है। जो मंदिर निर्माण का आगे का रास्ता साफ करेगा। बीते वर्ष कोर्ट से आए इस ऐतिहासिक फैसले के समय बिहार की राजधानी पटना में अवस्थित महावीर मंदिर के प्रबंधन ने राम मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपए देने का वायदा किया था। इस वायदे के अनुसार महावीर मंदिर न्यास बोर्ड ने पहली किस्त में दो करोड़ रुपए का चेक जारी कर दिया है।
चेक लेकर स्वंय अयोध्या गए किशोर कुणाल
महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव और बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने दो करोड़ रुपए का चेक जारी किया। वो इस चेक को लेकर स्वयं अयोध्या के लिए निकले। जहां वो इस राशि को मंदिर निर्माण कमेटी को सौंपेगे। अयोध्या रवाना होते समय मीडिया से बात करते हुए किशोर कुणाल ने कहा कि हमलोग लंबे समय से राम मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे थे। जब सुप्रीम कोर्ट से निर्माण के लिए फैसला आया तो ये हमारे लिए खुशी का मौका था। यह मेरे लिए खुशी का मौका है कि मैं खुद ये चेक देने के लिए अयोध्या जा रहा हूं।
निर्माण के लगे समय के अनुसार दिया जाएगा पैसा
मिली जानकारी के अनुसार हनुमान मंदिर ट्रस्ट ने यह तय किया है कि दस करोड़ की राशि मंदिर निर्माण के लिए दी जाएगी। उसी की पहली राशि दो करोड़ रुपये के तौर पर दी गई है। बताया कि मंदिर निर्माण यदि एक साल में पूरा हो जाएगा तो बाकि की राशि भी एक साल में दे दी जाएगी। लेकिन यदि मंदिर निर्माण में समय ज्यादा लगा तो साल के हिसाब से अन्य किश्तें भी दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि मंदिर निर्माण के लिए बने 15 सदस्यीय ट्रस्ट में बिहार से कामेश्वर चौपाल को भी शामिल किया गया है।