सार
सर्दी, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और बुखार कोरोना के प्रारंभिक लक्षण है। पटना से एक ऐसा मामला भी सामने आया है, जहां बिना सर्दी-खांसी वाला भी एक शख्स कोरोना पॉजिटिव मिला है।
पटना। कोरोना के बारे में अबतक जारी एडवाइजरी और गाइडलाइन में ऐसा बताया गया कि सर्दी, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके प्रारंभिक लक्षण है। लेकिन बिहार में सामने आया मामला डराने वाला है। दरअसल, गुरुवार को पटना में दो नए कोरोना पॉजिटिव मिले। इसमे एक शख्स ऐसा भी है, जिसे सर्दी, खांसी जैसे कोरोना के लक्षण नहीं थे। इस शख्स की नौकरी कटिहार मौसम विज्ञान केंद्र में ऑपरेटर के पद पर लगी थी। जहां जॉइन करने से पहले डीएम ने कोरोना की रिपोर्ट की मांग की थी।
डॉक्टर भी हैरान
डीएम की मांग के अनुसार ही उक्त शख्स ने अपना कोरोना टेस्ट कराया था। रिपोर्ट गुरुवार को आया तो शख्स के साथ-साथ उसके परिजन और डॉक्टर भी अंचभित रह गए। परिजनों का कहना है कि वो तो एकदम फिट ही है। फिर कैसे रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फिलहाल रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद शख्स को इलाज के लिए कोरोना वार्ड में एडमिट कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार उक्त व्यक्ति राजीवनगर की फाइनांस कॉलोनी में रहता है। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद युवक के साथ-साथ उसके परिवार के अन्य लोग घबरा गए हैं।
दोनों मोहल्लों को किया गया सील
फाइनांस कॉलोनी निवासी कोरोना पॉजिटिव मिले शख्स के परिवार में मां-पिता, पत्नी और दो बच्चे हैं। ऐहतियातन सभी को क्ववारेंटाइन किया जाना है। मुश्किल ये है कि इस शख्स के पिता पहले से ही लकवाग्रस्त हैं, ऐसे में उन्हें क्वारेंटाइन करने में खासी परेशानी हो रही है।
गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव मिले फाइनांस कॉलोनी और पुरंदरपुर निवासी दोनों मरीजों के घर के आस-पास के इलाके को सील कर दिया गया है। उनके संपर्क में आए लोगों की कोरोना टेस्टिंग की जा रही है। अभी तक पटना में कोरोना के कुल 45 केस सामने आए है। राजधानी का खाजपुरा इलाका इससे सर्वाधिक प्रभावित है। हालांकि अब नए मोहल्लों में भी कोरोना फैल रहा है।