सार
भाई-बहन के रिश्ते के विश्वास का गला घोटने वाली एक घटना बिहार के भागलपुर जिले में 9 महीने पहले सामने आई थी। जिसमें बड़ी बहन ने घर में सो रहे नाबालिग भाई की बेरहमी से की हत्या कर दी थी। अब इस मामले में बहन को उम्रकैद की सजा दी गई है।
भागलपुर। घर में सो रहे 16 वर्षीय इकलौते भाई की बहन ने हत्या की और उसके बाद खाना खाकर आराम से सोने चली गई। भाई-बहन के रिश्ते के विश्वास को खत्म करने वाली ये घटना आज से 9 महीने पहले बिहार के भागलपुर जिले में हुई थी। अब इस मामले में कोर्ट में सजा का ऐलान किया है। मंगलवार को अदालत ने दोषी बहन को उम्रकैद की सजा सुनाई। भागलपुर एडीजे-8 महेश प्रसाद सिंह ने इस जजमेंट को सुनाते हुए कहा कि साक्ष्य व गवाहों के बयान फांसी देने के लायक है, लेकिन मुजरिम महिला है, इसलिए उम्रकैद की सजा दी जा रही है। बता दें कि 20 मई 2019 को नीलम ने अपने 16 वर्षीय भाई नीतीश की हत्या सोते समय खंती से वार कर कर दी थी।
घर में नहीं थे माता-पिता, दो बहनों के साथ था भाई
मामले की सुनवाई में सरकार की ओर से एपीपी जयकरण गुप्ता ने बहस की। उन्होंने कोर्ट को घटना के बारे में एक-एक कई दलीलें दी। जिसके बाद जज ने नीलम को उम्रकैद को सजा सुनाई। जज ने कहा कि भाई की हत्या कर मुजरिम ने खाना खाया और आराम से सोने चली गई यह क्रूर व्यवहार का परिचायक है। घटना भागलपुर के नारायणपुर पूरब टोला की है। 20 मई की रात गांव के रामनिवास सिंह के इकलौते पुत्र नीतीश कुमार की हत्या घर में सोये हालत में सिर पर खंती से मारकर कर दी गई थी। वारदात वाली रात रामनिवास और उनकी पत्नी किरण अपने ससुराल गए हुए थे। घर में उनकी बड़ी बेटी नीलम, छोटी बेटी नेहा और बेटा नीतीश था।
हत्या वाली रात गांव में हो रही थी रामलीला
उस रात गांव में रामलीला हो रही थी। नेहा और नीतीश अपनी चाची के साथ रामलीला देखने गए थे। जहां से लौट कर नीतीश घर में सो गया था। रात करीब 11 बजे तक नीतीश गहरी नींद में था तभी बड़ी बहन नीलम ने खंती से वारकर नीतीश की हत्या कर दी थी। उसके बाद खंती और कपड़े पर लगे खून को धोकर नीलम खाना खाकर सोने चली गई। लेकिन थोड़ी देर बाद वो घर में ताला लगाकर रामलीला देखने गई। जहां से अपनी छोटी बहन नेहा और चाची से साथ लौटी और चाभी गुम होने का बहाना बनाया। बाद में कमरे का ताला तोड़कर बिस्तर देखा तो बिस्तर पर नीतीश का शव पड़ा था।
हत्या की वजह अंधविश्वास को बता रहे कुछ लोग
जिसके बाद मामले की सूचना रामनिवास और उनकी पत्नी को दी गई थी। रातों-रात वे लोग घर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मामले में अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। बाद में पुलिस ने नीलम से सख्ती से पूछताछ किया तो उसने अपना अपराध कबूल किया था। भाई की हत्या की वजह के बारे में नीलम ने बताया था कि सौतेली दादी ने उसे एक जलेबी खिलाई थी, जिसके बाद वह परेशान रहने लगी थी। इसी परेशानी में उसने भाई की हत्या कर दी। हालांकि यह दलील किसी के गले नहीं उतरा। कुछ लोग इस घटना के पीछे अंधविश्वास को भी कारण बताते है।
प्रतीकात्मक तस्वीर