इलेक्ट्रिक कार खरीदने से पहले फायदे और नुकसान दोनों जानना जरूरी है। नए ड्राइवरों के लिए आसान, लेकिन मेंटेनेंस महंगा। क्या आप वाकई तैयार हैं?

Automobile Desk: भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में पेट्रोल/डीजल और CNG के बाद इलेक्ट्रिक वाहनों का जलवा दिख रहा है। कंपनियां एक से बढ़कर एक धांसू फीचर्स वाली ईवी मार्केट में लॉन्च कर रही हैं। लेकिन, क्या आपको इस बात की जानकारी है कि इलेक्ट्रिक कार परेशानी का कारण भी बनती है? इस वेरिएंट की कार को खरीदते समय आपको भावनाओं से ज्यादा जरूरत को मन में रखकर निर्णय लेना चाहिए। इसके लिए अपनी बजट का ध्यान रखें और जरूरतों के नजरिए से सही मॉडल का चयन करें।

इलेक्ट्रिक कार लेने से पहले कस्टमरों के मन में यह सवाल जरूर उठती है, कि क्या यह फैसला सही या गलत? यह संदेह आपके मन से तभी दूर हो सकता है, जब आप कार के नुकसान और फायदे दोनों के बारे में अच्छे से जान लेंगे। चलिए आज हम आपको ईवी कार लेने के 3-3 फायदे और नुकसान के बारे में बताते हैं।

ईवी कार लेने के 3 सबसे बड़े फायदे

1. कम परिचालन लागत: इलेक्ट्रिक गाड़ियां पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कारों की तुलना में सस्ती होती है। बिजली की कीमत आमतौर पर पेट्रोल और डीजल से कम होती है। इसे कम रखरखाव की आवश्यकता होती है, जिससे फ्यूल और रखरखाव की लागत कम होती है।

2. पर्यावरण के लिए बेस्ट: इलेक्ट्रिक कारें शून्य टेलपाइप उत्सर्जन के साथ चलती हैं। इसका मतलब है कि वे वायु प्रदूषण को कम करने में सक्षम होती हैं। शहरी क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण होती है, जहां वायु प्रदूषण की समस्या ज्यादा होती है।

3. शांत और सहज ड्राइविंग: इलेक्ट्रिक मोटर से चलने वाली कारें बहुत शांत होती हैं। इसके अलावा कंपन भी कम होता है। ऐसे में आपको शांत और सहज ड्राइविंग का अनुभव मिलता है।

ईवी कार लेने के 3 सबसे बड़े नुकसान

1. काफी कॉस्टली है मेंटेन करना: अन्य कारों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहनों को मेंटेन करना काफी कॉस्टली होता है। ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की लगातार देखभाल और मरम्मत करना पड़ता है। मैन्युअल कार में इससे कम खर्च आता है।

2. गियर को लेकर समस्या: कार ज्यादातर मैन्युअल गियर में ज्यादा चलाने में मजा आता है। इससे आपको नुकसान यह है कि गियर पर नियंत्रण नहीं रह पाएगा, ऐसे में फ्यूचर में दूसरी कार को चलाना मुश्किल होगा। स्पोर्टी ड्राइव करने वाले लोगों के लिए यह काफी नुकसानदायक है।

3. ईवी कार का प्राइस अधिक: इलेक्ट्रिक वाहनों का प्राइस काफी अधिक होता है। मैन्युअल कारों की तुलना में ऑटोमैटिक गाड़ियां लेना महंगा पड़ता है। इसके पीछे की बड़ी वजह, टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अधिक होना। यही वजह है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत ज्यादा होती है।

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