सार
वाहनों में इंजन को ज़्यादा गरम होने से बचाने और इंजन को सही तापमान पर बनाए रखने के लिए कूलेंट दिया जाता है। गर्मी के मौसम में लोग अक्सर कूलेंट लेवल पर ध्यान नहीं देते हैं। गर्मी के मौसम में समय-समय पर कूलेंट की जाँच करना ज़रूरी है। कूलेंट कम होने पर उसे तुरंत फिर से भरना चाहिए। कार में कूलेंट खत्म हो जाने या कम हो जाने पर क्या नुकसान हो सकते हैं, आइए जानते हैं।
1- इंजन का ज़्यादा गरम होना
इंजन को ठंडा रखना कूलेंट का मुख्य काम है। कूलेंट खत्म होने पर इंजन जल्दी गरम हो जाएगा। ज़्यादा गर्मी से इंजन के हिस्से आपस में रगड़ खा सकते हैं और नुकसान हो सकता है, जिससे इंजन जाम हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो यह बहुत महंगा होगा।
2- हेड गैस्केट में खराबी
कूलेंट की कमी से इंजन का तापमान असामान्य रूप से बढ़ सकता है। इससे हेड गैस्केट के टूटने की संभावना बढ़ जाएगी। टूटा हुआ हेड गैस्केट कूलेंट और इंजन ऑयल को मिला सकता है। इससे महंगे मरम्मत कार्य हो सकते हैं।
3- रेडिएटर और वॉटर पंप को नुकसान
कूलेंट होने की वजह से ही रेडिएटर और वॉटर पंप ठीक से काम करते हैं। कूलेंट खत्म होने पर वॉटर पंप सूख सकता है। इससे घिसाव हो सकता है। ज़्यादा गर्मी के कारण रेडिएटर फट सकता है।
4- इंजन को स्थायी नुकसान
कूलेंट के बिना ज़्यादा देर तक कार चलाने पर इंजन ब्लॉक या सिलेंडर हेड में दरारें आ सकती हैं। इसके लिए पूरे इंजन को बदलना पड़ सकता है, जो बहुत महंगा होगा।
5- कार का अचानक बंद हो जाना
कूलेंट की कमी के कारण इंजन का तापमान बहुत तेज़ी से बढ़ सकता है। ऐसे में कार सड़क के बीच में रुक सकती है। इससे न सिर्फ़ कार को नुकसान होगा, बल्कि आपकी और दूसरों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ जाएगी।