सार
असम और पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण की वोटिंग 6 अप्रैल को होगी। असम में वोटिंग का यह अंतिम चरण भी होगा। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को असम में एक, जबकि पश्चिम बंगाल में दो चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। बता दे कि असम और बंगाल दोनों ही राज्य भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय बने हुए हैं। मोदी सबसे पहले असम पहुंचे।
गुवाहाटी, कोलकाता. पांच राज्यों तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी, असम और पश्चिम बंगाल में हो रहे विधानसभा चुनाव इस बार देश की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। चुनाव में विपक्षी दलों की अपेक्षा भाजपा लगातार आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार कर रही है। असम और पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण की वोटिंग 6 अप्रैल को होगी। असम में वोटिंग का यह अंतिम चरण भी होगा। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को असम में एक, जबकि पश्चिम बंगाल में दो चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। बता दे कि असम और बंगाल दोनों ही राज्य भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय बने हुए हैं। मोदी सबसे पहले असम पहुंचे।
असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरण में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण में 27 मार्च और 1 अप्रैल, जबकि तीसरा और अंतिम चरण 6 अप्रैल को होगा। वहीं, बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग हो रही है। पहले चरण में 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च, दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।
कोकराझार, असम में बोले मोदी
- कांग्रेस ने हमारे सत्रों, हमारे नामघरों को अवैध कब्जा गिरोहों के हवाले किया, एनडीए ने उनको मुक्त किया।
कांग्रेस ने बराक, ब्रह्मपुत्र, पहाड़, मैदान- सबको भड़काया, NDA ने इनको विकास के सेतु से जोड़ा है। असम के विकास के लिए असम के लोगों का विश्वास एनडीए पर है।
असम में शांति और सुरक्षा के लिए असम के लोगों का विश्वास एनडीए पर है। पूरा हिंदुस्तान जानता है कि यहां के नौजवानों में फुटबॉल बहुत फेमस है। उन्हीं की भाषा में कहूं तो कांग्रेस और उसके महाझूठ को फिर ‘रेड कार्ड’ दिखा दिया गया है।
मैं आपके घर के सदस्य की तरह हूं, इसलिए आपका मुझपर पूरा अधिकार है। हम मिलकर इस विश्वास को दिनों दिन और मजबूत करेंगे। हम मिलकर इस क्षेत्र का विकास करेंगे। हम मिलकर यहां की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाएंगे। - मैं आपके घर का सदस्य हूं, तो आपका मुझ पर पूरा हक है। पहले चरण की वोटिंग ने असम में डबल इंजन की सरकार पर भव्य मुहर लगा दी है।
- 'सबका साथ, सबका साथ, सबका विकास' के मंत्र के साथ, एनडीए सरकार यहां आपके कल्याण के लिए काम कर रही है। असम के लोगों ने पहले चरण के मतदान में एनडीए को आशीर्वाद दिया है। पहले चरण में, असम ने एनडीए की शानदार जीत पर अपनी मुहर लगा दी है। आज भी जो मतदान चल रहा है, उसमें सारी ख़बरें उत्साहजनक हैं।
- ये चुनाव महाजोत के महाझूठ और डबल इंजन के महाविकास के बीच है।
- आज बीटीआर का विस्तार भी हुआ है और विकास की नई शुरुआत भी हुई है।
बोडोलैंड के स्थायी विकास के लिए हमारा मंत्र है- Peace, Progress और Protection यानी, शांति, समृद्धि और सुरक्षा।
ये अटल जी की ही एनडीए सरकार थी, जिसने Bodoland Territorial council का अधिकार आपको दिया।
ये NDA की वर्तमान केंद्र सरकार है, जिसने स्थाई शांति के लिए ऐतिहासिक बोडो अकॉर्ड पर मुहर लगाई।
मुझे संतोष है कि 2016 में बीटीआर में शांति और विकास का जो वादा हमने किया था, उसे लेकर हमने बहुत ईमानदार प्रयास किया है।
कांग्रेस के लंबे शासन ने असम को बम, बंदूक और ब्लॉकेड में झोंक दिया था। NDA ने असम को शांति और सम्मान की सौगात दी है। - ऐसी कोई जनजाति नहीं जिससे कांग्रेस ने विश्वासघात नहीं किया। वहीं NDA सरकार, कोच, राजबोन्शी, मोरान, मोटोक, सूतिया, सभी जनजातियों के हित में कदम उठा रही है। इसके लिए नई डेवलपमेंट काउंसिल बनाने का काम यहां तेज़ी से चल रहा है।
कांग्रेस ने टी गार्डन में काम करने वाले साथियों को कभी पूछा तक नहीं। ये NDA की ही सरकार है जिसने टी गार्डन्स में काम करने वाले मजदूर भाई-बहनों की हर चिंता के समाधान का प्रयास किया। - असम के निरंतर विकास के लिए डबल इंजन की सरकार जरूरी है। केंद्र में भी एनडीए सरकार, राज्य में भी एनडीए सरकार। जब दोनों की ताकत लगती है, तो और तेजी से काम होते हैं।
कांग्रेस के नेता बार-बार कहते हैं कि ये ताला-चाबी वाले असम की पहचान हैं। कांग्रेस के झूठ, उसकी साजिश को समझिए। सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस इन लोगों के सामने समर्पण कर चुकी है। इस अपमान की सजा कांग्रेस को तो मिलेगी ही, इस पूरे महाझूठ को मिलेगी।
कल एक वीडियो में पूरे असम ने देखा है कि कैसे असम की पहचान, असम की बहनों के श्रम के प्रतीक, गमोसा का सरेआम अपमान किया गया। असम को प्यार करने वाला हर व्यक्ति, इन तस्वीरों को देखकर बहुत आहत है, बहुत गुस्से में है।
जिस दल के नेताओं ने कोकराझार को हिंसा की आग में झोंका था, आज कांग्रेस ने अपना हाथ और अपना भाग्य उन लोगों को थमा दिया है। उस दौर में दिल्ली से लेकर गोवाहाटी तक कांग्रेस की सरकारें चुपचाप तमाशा देखती रहीं।
आज हिम्मत देखिए, कांग्रेस एक महाझूठ बनाकर, एक बार फिर कोकराझार सहित पूरे बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन को छलने निकली है। कांग्रेस के कुशासन ने कैसे कोकराझार को सालों साल झुलसने दिया ये आप और हम कभी भी भूल नहीं सकते हैं।
कोकराझार के युवा, बहनें और यहां का हर नागरिक हिंसा का वो दौर भूला नहीं है। कांग्रेस एक महाझूठ बनाकर, एक बार फिर कोकराझार सहित पूरे बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन को छलने निकली है।
लंबे समय के बाद असम में शांति लौटी है। जो साथी बंदूक छोड़कर लौटे हैं, उनकी हर संभव सहायता के लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है। अभी भी जो साथी नहीं लौटे हैं, उनसे भी मेरा आग्रह है कि शांति और विकास के इस मिशन से आप आप भी जुड़ जाइए।
बोडो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में डालने का काम भी किया जा चुका है। बोडो समाज की पहचान को सुरक्षित रखने के लिए और समृद्ध करने के लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है।
शांति और विकास के इसी विश्वास के कारण BTR चुनावों में आपने भाजपा को भरपूर समर्थन दिया। यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के साथ हमारे गठबंधन को सेवा का अवसर दिया। जो प्यार आपने काउंसिल चुनावों में दिया है उससे भी अधिक आशीर्वाद विधानसभा के चुनावों में मिलेगा। - कांग्रेस के लंबे शासन ने असम को बम, बंदूक और ब्लॉकेड में झोंक दिया था। एनडीए ने असम को शांति और सम्मान की सौगात दी है।
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