कोलकाता को भारत की सांस्कृतिक राजधानी माना जाता है। भारत में साहित्य, आध्यात्मिकता, संगीत और सिनेमा की बहुत सी विभूतियां यहां से निकली है। जानकार बताते हैं कि कोलकाता में शुरू हुई बंगाली पुनर्जागरण काल से ही इस शहर में शानदार बदलाव हुए हैं। सती प्रथा के उन्मूलन जैसे सामाजिक सुधारों की बात हो या विधवा पुनर्विवाह को वैध बनाने का अभियान, कोलकाता महिला सशक्तिकरण के लिए उठाए गए इन कदमों का गवाह रहा है। देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाली भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन के अलावा यह क्षेत्र कई महत्वपूर्ण आंदोलनों का नेतृत्व किया।